मुंबई। मुंबई की सड़कों से 70 प्रतिशत ओला और ऊबर ऐप टैक्सी गायब हैं। रविवार सुबह बहुत कम टैक्सीज उपलब्ध होने के चलते यात्रियों का दिक्कतों का सामना करना पड़ा और कैब बुक करने के बाद लंबा इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं, कम उपलब्धता के चलते कैब का फेयर भी सामान्य से दोगुना तक वसूला गया। बता दें, कैब ड्राइवर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं और उनकी मांग है कि राज्य सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करे।
यूनियन लीडर गोविंद मोहिते ने कहा, ‘ज्यादातर ड्राइवर अपनी मर्जी से ऑफलाइन चले गए हैं। हम प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन बड़ा मोर्चा निकालने की तैयारी में हैं।’ सोमवार को प्रस्तावित इस मार्च में ओला-ऊबर कैब ड्राइवर अपने परिवारों के साथ भारत माता से लेकर विधानसभा तक जाएंगे और राज्य सरकार को अपना मांगपत्र सौंपेंगे। महाराष्ट्र राज्य राष्ट्रीय कामगार संघ नेता सचिन अहीर ने कहा कि शनिवार रात तक न तो कैब सेवा प्रदाता फर्म की ओर से उन्हें बात करने बुलाया गया और न ही किसी नेतृत्व ने उनसे बात की। यही कारण है कि हड़ताल जारी रखी गई है।
मुंबई में ओला-ऊबर ड्राइवरों की यह दूसरी हड़ताल है और सोमवार को इससे भी ज्यादा ड्राइवर्स ऑफरोड जा सकते हैं। इसके चलते कैब से ऑफिस या एयरपोर्ट जाने वालों को खासा दिक्कत का सामना करना होगा। इससे पहले 22 अक्टूबर से 2 नवंबर तक ड्राइवर्स हड़ताल पर गए थे और राज्य परिवहन मंत्री दिवाकर रावते के हस्तक्षेप के बाद इसे वापस ले लिया गया था।
अहीर ने कहा, ‘इस बार हम राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस से वार्ता करना चाहते हैं और चाहते हैं कि वे ड्राइवरों की दिक्कत समझें।’ उन्होंने कहा, ‘हजारों परिवारों पर इसका असर पड़ रहा है और कितने ही ड्राइवर ईएमआई भरने की कोशिश में लगे हैं, कई जगह खाने के लाले हैं।’
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