मुंबई। मुंबई आयकर विभाग की 15 (2) विंग की ओर से 157वां इनकम टैक्स दिवस कोपरखैरने के ध्यान विकास स्कूल में 24 जुलाई को मनाया गया। विभाग की एडीशनल कमीश्नर कुसुम बंसल के मार्गदर्शन में असिस्टेंट कमीशनर आकाश जैन, चंद्रमोहन सिंह, योगेश चंद्र, स्टीफन रोड्रवस, और महेश नायडू आदि ने स्कूल के छात्रों व उनके अभिभावकों, शिक्षकों व ट्रस्टियों को इनकम टैक्स के महत्व को बताया।
गौरतलब है कि मुंबई आयकर विभाग की स्थापना के 157 वां वर्षगांठ कोपरखैरने के ध्यान विकास स्कूल में छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के साथ मनाया गया। इस अवसर पर एडीशनल कमीश्नर कुसुम बंसल ने बताया कि भारत में इनकम टैक्स की शुरुआत 1860 में हुई थी। उस समय आयकर से 30 लाख का राजस्व मिलता था, वहीं आज आयकर से देश की राजस्व आय साढ़े आठ लाख करोड़ पहूंच गई है।
उन्होंने बताया की मौजूदा समय में डायनामिक और प्रोग्रेसिव टैक्सेस के साथ साथ पारदर्शिता काफी बढ़ गई है। लाखों की संख्या में आयकरदाता बढ़ गए हैं, जो देश के विकास में अमूल्य योगदान दे रहे हैं। श्रीमती बंसल ने कहा कि जब आयकर दाताओं की संख्या बढ़ेगी तो दरें भी तेजी से कम होंगी। वैसे अभी भी देश में लगभग 4 प्रतिशत लोग ही इनकम टैक्स जमा कर रहे हैं।
वहीं असीसटेंट कमीशनर आकाश जैन ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए आयकर भरने के आसान तरीके बताए। आईआरएस आकाश जैन ने कहा की युवा भारत की नई पीढ़ी को जागरुक करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने देश के भावी व जिम्मेदार नागरिक केरूप में विद्यार्थियों को आयकर भरने के लिये प्रेरित करते हुए उनके कई सवालों का जवाब भी दिया।
इसके बाद असीसटेंट कमीशनर चंद्रमोहन सिंह कहा कि नोटबंदी और जीएसटी दोनों देश के आर्थिक व कर सुधार की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। इससे देश के विकास में बल मिलेगा। इस तरप अन्य अधिकारियों ने इनकम टैक्स भरने व नहीं भरने से सबंधित मुद्दों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर स्कूल की प्राचार्य डॉ़ निधि वर्मा, सीए मोहन खेबाडे, ट्रस्टी पी सी पिल्ले, पी सी पाटील आदि मौजूद थे।
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