मुश्ताक खान/ मुंबई। बाल तरुण मित्र मंडल (Bal Tarun Mitra Mandal) द्वारा 24वां सार्वजनिक गणेशोत्सव (Ganeshotsav) मनाया जा रहा है। महोत्सव में बड़ी तादाद में श्रद्धालु देवों के देव सुरेश्वरम के दर्शन करने आते हैं। वाशीनाका के शंकर देवल स्थित लक्ष्मीनगर सोसायटी में आयोजित सार्वजनिक गणेशोत्सव की महिमा न्यारी है। यहां प्राचीन परंपराओं के अनुसार ही आरती व अन्य पूजा की विधियों को संपन्न कराया जाता है। सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल में विधिवत रूप से आरती का पाठ करता है।
बाल तरुण मित्र मंडल के संस्थापक संतोष वाढवणे ने बताया कि देवों के देव गणेश भगवान को करीब 108 नामों से जाना जाता है। हाथी जैसा सिर होने के कारण भगवान गणेश को गजानन भी कहा जाता है। शिवपुत्र, गौरी नंदन जैसे नामों से साथ गणेश जी को विभिन्न प्रांतों में अलग-अलग नाम से भी जाना जाता है। मुंबई में गणेश जी को गणपति बप्पा मोरया के नाम से जाना जाता है। हमारे मंडल में हर साल की तरह इस वर्ष भी आरती के बाद महाप्रसाद और भंडारा का वितरण किया जाता है। विधिवत रूप से की जाने वाली पूजा से आत्मा को शांति मिलती है। आगामी वर्ष हम लोग सिलवर जुबली मनाने की तैयारी में है। चूंकि इस मंडल में सोसायटी में रहने वाले सभी जाति और धर्म के लोगों का सहयोग रहता है।
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