मुंबई। मनपा ने 2200 कर्मचारियों का पगार रोक दिया है। बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू होने के बाद सिस्टम में अंगूठा न लगाने वाले 3,800 कर्मचारियों की पगार मनपा ने रोक ली थी लेकिन इनमें से 2,200 कर्मचारी वास्तविक कारणों के चलते अंगूठा नहीं लगा पाए थे, जिस वजह से उन्हें पगार देने की मंजूरी को लेकर प्रक्रिया शुरू की गई। कर्मचारियों की पगार के मुद्दे पर प्रशासन की लापरवाही सामने आई। हर महीने की तरह इस बार भी पगार का इंतजार कर रहे कर्मचारियों की जब पगार नहीं आई तो हड़कंप मच गया। इसके बाद पता चला कि बायोमेट्रिक हाजिरी न होने की वजह से पगार पर रोक लगा दी गई है।
मनपा के एक अधिकारी ने बताया, ‘इनमें से कुछ अधिकारी ड्यूटी पर तैनात थे तो कुछ दिव्यांग होने की वजह से अंगूठा लगाने में असमर्थ थे। इसकी वजह से पूरी संतुष्टि के बाद हमने उनकी पगार देने का फैसला किया। हम अभी अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 1600 कर्मचारी ऐसे भी हैं, जिनके द्वारा बायोमेट्रिक हाजिरी न लगाने का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है, साफ तौर पर जाहिर है कि उन्होंने लापरवाही बरती है।’
बता दें कि कुछ महीने पहले मनपा ने बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की है। कामकाज की क्षमता बढ़ाने के लिहाज से इस फैसले की जमकर सराहना की गई है। इस नियम के तहत बायोमेट्रिक हाजिरी न लगाने वाले लोगों की पगार रोक दी गई है। शुरुआती दो महीने तक चेतावनी दी गई लेकिन इसके बावजूद पालन न होने पर नवंबर में कार्रवाई की गई।
455 total views, 1 views today