प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन (Lalji Tandon) का 21 जुलाई की सुबह इलाज के दौरान मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन की पुष्टि उनके पुत्र और यूपी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन ने की। आशुतोष टंडन ने ट्वीट करके कहा कि बाबूजी नहीं रहे।
बता दें कि 85 वर्षीय लालजी टंडन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। उन्हें किडनी और लिवर में दिक्कत के बाद 11 जून को अस्पताल में एडमिट कराया गया था। उन्हें सांस लेने में परेशानी, बुखार और पेशाब में दिक्कत हो रही थी। उसके बाद से उनका इलाज अस्पताल में हो रहा था।
अस्पताल प्रशासन के अनुसार 20 जुलाई की रात्रि लालजी टंडन की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। जहां इलाज के दौरान 21 जुलाई की सुबह उनका निधन हो गया।
लालजी टंडन पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के काफी करीबी और अहम सहयोगियों में से एक थे।
वर्ष 2018 को उन्हें बिहार का गवर्नर बनाया गया था, इसके बाद 2019 में उन्हें मध्य प्रदेश का गवर्नर नियुक्त किया गया। उनकी लोकप्रियता समाज के हर समुदाय में थी। उनके निधन पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव,स्वस्थ्य मंत्री मंगल पांडेय,केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान,नित्यानंद राय सहित दर्जनों गणमान्य जनों ने शोक संवेदना प्रकट किया है।
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