मंदसौर। मध्यप्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में छह किसानों की मौत के बाद भारतीय किसान मजदूर संघ ने बुधवार को प्रदेश बंद की घोषणा की है। इस दौरान मालवा अंचल के मंदसौर, नीमच, रतलाम के अलावा राज्य के कई जिलों में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। मंदसौर में गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह तोड़फोड़ की, वहीं 8-10 वाहिनों को आग के हवाले कर दिया।
वहीं बारखेड़ा इलाके में पुलिस पर पथराव की भी खबर है. इस बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए इलाके में रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात कर दिया गया। उज्जैन में भी पुलिस पर लोगों ने पथराव किया। प्रदर्शन को देखते हुए मंदसौर, नीमच, रतलाम और उज्जैन में मोबाइल और इंटरनेट बंद करने का आदेश जारी हुआ है। मंदसौर में किसान एक बार फिर हिंसक हो गए। उन्होंने कलेक्टर की पिटाई कर दी। वहीं कई गाड़ियों में आग लगा दी। कई जगह पुलिस से और प्रदर्शनकारियों में झड़प भी हुई।
बता दें कि अपनी फसलों के लिए सही दाम सहित 20 सूत्री मांगों को लेकर राज्य में पिछले 1 जून से किसान आंदोलन कर रहे थे। इसी दौरान मंदसौर में विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और यहां हुई गोलीबारी में 5 किसानों की मौत हो गयी। चश्मदीदों ने पुलिस पर फायरिंग का आरोप लगाया है, हालांकि जिला प्रशासन ने किसानों के उग्र होने के बावजूद उन पर पुलिस फायरिंग से इनकार किया है।
इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तनावग्रस्त पिपलियामंडी इलाके में कर्फ्यू लगा दिया। जिले के शेष हिस्से में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान और महाराष्ट्र में भी किसानों द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है।
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