कर्नाटक : कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बचाने की हर कोशिश नाकाम

साभार/ बेंगलुरू। कर्नाटक में जारी सियासी नाटक का आज पटाक्षेप हो सकता है। 18 विधायकों के बागी होने के बाद अल्पमत में दिख रही कांग्रेस-जेडीएस (Congress – JDS) की सरकार आज गद्दी छोड़ सकती है। सूत्रों के मुताबिक, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (H D Kumarswamy) आज इस्तीफा दे सकते हैं। कुमारस्वामी आज शाम सात बजे अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। इससे पहले तीन दिनों तक विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पर चर्चा हुई। लेकिन कांग्रेस-जेडीएस इसे टालती रही।

आज चौथे दिन भी सियासी हंगामे के बीच विधानसभा की कार्रवाई शुरू हुई। कांग्रेस नेता और मंत्री डीके शिवकुमार ने विधानसभा में कहा कि बीजेपी ने नहीं बागी विधायकों ने पीठ में छुरा भोंका। उन्होंने कहा, “बीजेपी के नेताओं ने मेरी पीठ में छुरा नहीं भोंका, बल्कि वो मुंबई में बैठी बागी विधायक हैं जिन्होंने मेरी पीठ में छुरा भोंका है। लेकिन, चिंता न करें, वे आप सभी के साथ भी ऐसा ही करेंगे। वे मंत्री नहीं बन सकते हैं, मैं आपको यह बता देना चाहता हूं।”

शिवकुमार ने कहा, ”मैं मुंबई गया था। वहां मैं एक विधायक से मिला था। विधायक ने मेरे साथ चलने के लिए कहा था, बीजेपी ने उन्हें गुमराह किया है।” उन्होंने कहा, ”हां मेरी वजह से एमटीबी नागराज (बागी विधायक) को टिकट दिया गया। हमने उनसे बात की और उन्होंने बयान भी दिया। क्या हम उन्हें बंद नहीं कर सकते थे? लेकिन नहीं क्योंकि हमें उन पर भरोसा है। उन्हें (बागी विधायकों को) यहां लाया जाए और इस सरकार के खिलाफ वोट करने दिया जाए।”

आज शाम 4 बजे तक सदन में चर्चा खत्म करके फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की जानी थी लेकिन अब 4 बजे से ज्यादा का समय हो गया है और सदन में चर्चा अब भी जारी है। कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने स्पीकर से चर्चा करने के लिए और समय मांगा है।

कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के विश्वास प्रस्ताव पर चौथे दिन की चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों के गैर हाजिर होने पर खेद प्रकट किया। सदन में मंगलवार को सत्ता पक्ष के इका दुका विधायक ही सदन में नजर आए जबकि विश्वास प्रस्ताव पर आज मतदान होना है। कुमार ने मंत्री प्रियांक खड़गे से पूछा, ‘‘यह अध्यक्ष के भविष्य की बात है विधानसभा के.’’ उन्होंने खड़गे को कहा, ‘‘ बहुमत तो छोड़िए आप अपनी विश्वसनीयता भी खो देंगे।’’

गठबंधन के विधायकों के अनुपस्थित होने से बीजेपी को सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया। बीजेपी नेता बी. एस. येदियुरप्पा ने कहा कि सरकार का खुद ही पर्दाफाश हो गया और साथ ही पूछा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक कहा हैं? उन्होंने सत्ता पक्ष से कहा, ‘‘ बहुमत ना होने के बावजूद आप बेशर्मी से सत्ता में बने हुए हैं। आपको शर्म आनी चाहिए।’’

विधानसभा अध्यक्ष के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 117 विधायक हैं जिनमें कांग्रेस के 78, जेडीएस के 37, बीएसपी के एक और एक नामित हैं। बीजेपी के पास दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन के साथ 225 सदस्यीय विधानसभा में 107 विधायक हैं। यदि 16 विधायकों (कांग्रेस के 13 और जदएस के 3) का इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाता है या वे मत-विभाजन से दूर रहते हैं तो सत्तारूढ़ गठबंधन के पास संख्याबल 101 रह जाएगा और सरकार अल्पमत में आ जाएगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार के बयान का संज्ञान लेते हुये मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वमाी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर तत्काल मतदान के लिये दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई स्थगित कर दी। अध्यक्ष की ओर से शीर्ष अदालत को बताया गया कि सदन में आज शाम तक मतदान होने की उम्मीद है।

चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस दीपक गुप्ता और जस्टिस अनिरूद्ध बोस की पीठ ने विधानसभा अध्यक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी के इस जवाब का संज्ञान लिया कि आज शाम तक मतदान होने की संभावना है। पीठ ने निर्दलीय विधायकों की याचिका पर सुनवाई बुधवार के लिये स्थगित कर दी। ये विधायक चाहते हैं कि अध्यक्ष को सदन में तत्काल विश्वास मत प्रस्ताव पर मतदान कराने का निर्देश दिया जाये।


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