एस.पी.सक्सेना/ रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची के हद में तमाड़ प्रखंड का पौराणिक दियुड़ी देवी माता मंदिर स्थानीय महिला समूह की देख-रेख में विकास का नया अध्याय जोड़ने में लगा है। महिला समूह के अनुसार इस मंदिर में क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी माता का आशीर्वाद लेने तो आते हैं, लेकिन अब तक मंदिर के उद्धार के लिये कोई पहल नही किया है। धोनी की मंदिर के प्रति बेरुखी से महिला समूह काफी आहत है।
रांची-टाटा मुख्य मार्ग पर तमाड़ प्रखंड में स्थित इस प्राचीन दियुड़ी मंदिर के संबंध में कई कथाएँ क्षेत्र में प्रचलित है। महिला समूह (जय माँ दियुड़ी महिला समिति) की अध्यक्षा संगीता कुमारी, सदस्य श्यामा देवी, मार्सा मुंडा तथा रामदी मुंडा के अनुसार यह मंदिर डेढ़ सौ साल से भी अधिक पुराना है। समूह की सदस्या बुजुर्ग श्यामा देवी के अनुसार आज से लगभग 45 बर्ष पूर्व जब वे व्याह कर आई थी तब यह मंदिर खंडहरनुमा था। आसपास काफी घना जंगल था।
महिला के अनुसार इस देवी माता मंदिर में आज भी आधी रात को जंगल से दो शेर आकर माता का दर्शन करता है। खासकर दशहरा में नौ दिन लगातार दोनों शेरो को मंदिर प्रांगण में भ्रमण करते देखा जाता है। बुजुर्ग महिला के अनुसार आज तक शेरो द्वारा किसी को कोई क्षति नही पहुँचाया गया है। महिलाओ के अनुसार पहले माता मंदिर की देखभाल बाहर के लोगो द्वारा किया जाता था। उनके द्वारा मंदिर के उद्धार के लिये किसी प्रकार का पहल नही करने तथा स्थानीय रहिवासियों के साथ उत्पात से क्षुब्ध बीते चार साल से महिला समूह ने मंदिर की देखभाल की जिम्मेवारी अपने ऊपर ले लिया।
तब से मंदिर के पुनरुद्धार के लिये कार्य किया जा रहा है। महिलाओ के अनुसार मंदिर पुनरुद्धार कार्य में उड़ीसा से आये मजदूर दिन-रात लगे हैं। जिसका सारा खर्च जय माँ दियुड़ी महिला समिति द्वारा किया जा रहा है। महिलाओ के अनुसार क्रिकेटर धोनी दर्जनों बार इस मंदिर में आकर पूजा-अर्चना कर चुके हैं, लेकिन न तो सरकारी स्तर पर और न ही धोनी द्वारा मंदिर के पुनरुद्धार के लिये आजतक किसी प्रकार का कोई सहयोग किया गया है।
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