एस.पी. सक्सेना/ बोकारो। सीसीएल का कथारा प्रबंधन एक अधिकारी पर इतना मेहरबान है कि मुख्यालय के स्थानांतरण आदेशो की खुलेआम धज्ज्यिां उड़ा रहा है। उक्त अधिकारी का स्थानांतरण आदेश निर्गत हुए सात माह हो गया। बावजूद इसके उक्त आदेश का अब तक अनुपालन नहीं होना कई प्रश्नों को जन्म देता है।
सूत्रो से प्राप्त जानकारी के अनुसार कथारा कोल वाशरी परियोजना में वरीय प्रबंधक विद्युत एवं यांत्रिक के पद पर कार्यरत उमेश कुमार को सीसीएल मुख्यालय रांची द्वारा अपने स्थानांतरण आदेश पत्र क्रमांक HOD (P-EE)/CCL/Trans./E&M/17/23981-4011 दिनांक 18 दिसंबर 2017 के अनुसार मगध एवं आम्रपाली क्षेत्र स्थानांतरित किया गया। आदेश पत्र में 15 दिनों के भीतर अधिकारी को स्थानांतरित स्थान पर योगदान का आदेश दिया गया था।
बावजूद इसके अब भी उमेश कुमार कथारा कोल वाशरी परियोजना में जमे हुये हैं। आश्चर्य की बात यह है कि उक्त अधिकारी पिछले एक दशक से यहां कार्यरत है। आखिर उक्त अधिकारी को वीरमण आदेश के बाद भी क्षेत्रीय प्रबंधन द्वारा विरमित नही किये जाने के पीछे मंशा क्या है? उक्त अधिकारी के प्रति क्षेत्रीय प्रबंधन की विशेष कृपा दृष्टि को लेकर लोगों में प्रश्नों के चर्चाओं का विषय बन गया है।
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