तेनुघाट (बोकारो)। तेनुघाट डैम नये वर्ष पर सैलानियों की पहली पसंद बनती जा रही है। यहां की प्राकृतिक सौंदर्य भी सैलानियों को काफी पसंद आता है। नव वर्ष के आगमन में अभी कुछ दिन बाकि है मगर सैलानियों का पहुचना यहां शुरू हो गया है। बोकारो जिला का बेरमो अनुमंडल कोयला नगरी के रूप में जाना जाता है, मगर तेनुघाट डैम यहां की शान है, जो एशिया का सबसे बड़ा मिट्टी का डैम है।
यहां के डैम में अथाह पानी है जो मानो समुद्र दर्शन का अहसास कराता है, वही डैम के फाटक से गिरते पानी से मानो झरने के नजारा का आनंद देता है। साथ ही यहां सैलानियों के लिए नौका विहार की भी व्यवस्था है, जिसका आंनद भी पर्यटक उठाते है। बोकारो से लगभग 45 किलोमीटर, पेटरवार से लगभग 15 किलोमीटर एवं गोमिया से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है तेनुघाट डैम।
यहां पर्यटकों के लिए अतिथि गृह, टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स जैसे स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था भी है। तेनुघाट डैम के पास, के साथ ही पिकनिक स्पॉट भी बनी है, जहां टूरिस्ट पिकनिक मनाने का पूरा आनंद उठाते हैं। साथ ही नये वर्ष के आगमन पर सैलानियों की भीड़ को देख यहां पर स्थानीय दुकानदारों के द्वारा दुकानों की भी व्यवस्था की जाती है। स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरह चुस्त दुरुस्त नजर आती है।
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