काट रही है पुलिस स्टेशनों के चक्कर
मुंबई। लापता पति की तलाश में पुलिस स्टेशनों का चक्कर काटती महिला की गुहार सुनने वाला कोई नहीं? झारखंड के गुमला जिला की रहने वाली मंजू देवी अपने पति अमित राम की तलाश में मुंबई के शिवाजीनगर व देवनार पुलिस थानों का चक्कर लगा रही है। लेकिन 18 जून से अब तक उनके पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी है। जबकि उसके पति के चशमदीद का ब्यान पुलिस ने दर्ज किया है।
खबर के मुताबिक मंजू देवी के अनुसार झारखंड राज्य के गुमला जिला, थाना कामडारा, पोस्ट रामपुर, ग्राम जामडीह की रहने वाली हैं। उनका आधार कार्ड क्रमांक 678402221634 है। उनके पति अमित राम, उम्र लगभग 26 वर्ष है। पत्नी मंजू देवी और उनके जीजी महेश नायक के अनुसार अमित 22 मई 2018 को जामडीह से नौकरी की तलाश में गोवा के लिए रवाना हुआ था। उसके साथ गांव के तीन लड़के भी थे, गोवा पहुंच कर अमित ने अपनी कुशलता की जानकारी भी दी थी। गोवा पहुंचने के करीब एक सप्ताह बाद अमित ने कहा की मेरा मन नहीं लगता इसलिए मैं वापस आने की सोच रहा हूं।
इसके बाद 12 जून को उसने अचानक फोन किया की मैं गोवा से मुबंई के लिए रवाना हो चुका हूं। 13 जून को अमित ने दादर पहूंच कर फिर से फोन किया की मैं दादर पहूंच चुका हुं और आज यहां से झारखंड के लिए गाड़ी पकड़ुंगा। फिर 13 जून की शाम उसने फोन पर बताया की मेरी गाड़ी छूट गई। अब मैं कल आउंगा। मंजू देवी ने बताया की समय -समय पर अमित का फोन आने से मै संतुष्ट थी।
मंजू देवी और अमित राम की दो लड़कियां भी हैं, इनमें बड़ी लड़की साढे 6 वर्ष की अंकिता और डेढ़ वर्ष की अपराजिता है। इस बीच 15 जून को एक सज्जन का फोन मंजू देवी के मोबाईल क्रमांक 7739539897 पर आया, फोन करने वाले ने यह जानकारी दी की आपके पति का कपड़ा फटा हुआ है और उनका दिमागी संतुलन ठीक नहीं है। यह सुनकर मंजू देवी चौक गई लेकिन उन्होंने फोन करने वाले से आग्रह किया की उनके पति को किसी भी पुलिस के हवाले कर दें।
यह वाकया 15 जून 2018 सुबह लगभग 10 बजे की है। इतना सुनने के बाद मंजू देवी अपने जीजा महेश नायक के साथ निकल पड़ी और 17 जून की देर रात मुंबई पहुंची। मुंबई पहुंचने के बाद उक्त मोबाईल क्रमांक से संपर्क कर मंजू और उसके जीजा घाटकोपर -मंनखुर्द लिंक रोड पर पहुंचे, जहां से अमित का कोई पता नहीं है। इस सिलसिले में जीजा साली दोनों शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में पहुंचकर आप बीती को सुनाया। इस घटना की जानकारी लिंक रोड पर स्थित ट्रैफिक पुलिस को भी है। 18 जून को शिवाजी नगर पुलिस ने उक्त फोन करने वाले को बुलाया, इरफान नामक उस युवक का ब्यान दर्ज किया।
लेकिन पुलिस ने इस शिकायत की कोई प्रति शिकायतकर्ता को नहीं दी। इसके बाद पुलिस ने झारखंड के शिकायतकर्ता को बताया की यह मामला देवनार पुलिस स्टेशन की हद में आता है। बता दें कि 18 से 21 जून तक शिवाजीनगर और देवनार पुलिस स्टेशन का चक्कर काटते -काटते दोनों परेशान है। मंजू देवी का कहना है कि अब तक शिकायत दर्ज नहीं हुई, तो मेरे पति को पुलिस कैसे ढूंढेगी। हालांकि पुलिस के कहने पर हम लोगों ने मानखुर्द, कोपरखैरणे व अन्य संभावित स्थानों पर अमित की तलाश की लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चल सका है।
मंजू और उसके जीजा महेश का कहना है कि पुलिस वाले अपने बड़े अधिकारियों से मिलने भी नहीं देते। ऐसे में दोनों ने मन बनाया है कि अब वे राज्य के मुख्यमंत्री से इस सबंध में मिलेंगे। चूंकि भाजपा सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने की बात करती है। लेकिन यहां की पुलिस सरकारी फरमानों को ताक पर रखकर अपना पल्ला झाड़ रही है।
316 total views, 1 views today