जमशेदपुर। टाटा नगर के चिड़ियाघर में 18 साल से लोगों का मनोरंजन कर रही शांति (बाघिन) की मौत 30 अप्रैल को हो गई। चिड़ियाघर प्रबंधन की ओर से टाटा स्टील ने 1 मई को शांति की मौत को सार्वजनिक किया। शांति का दाह संस्कार चिड़ियाघर में ही किया गया, इस दौरान वीडियोग्राफी भी कराई गई। बता दें की शांति को पिछले एक महीने से बीमार थी।
लकवा मारने के कारण उसके दोनों पैर बेकार हो गए थे। इलाज के बावजूद शांति के शरीर में लगातार संक्रमण फैलता गया। जिसके कारण धीरे-धीरे शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया। शांति का इलाज डा. पालित कर रहे थे। खबर के अनुसार शांति का जन्म 22 दिसंबर 1999 में टाटा चिड़ियाघर में हुआ था। चिड़ियाघर प्रबंधन ने नामकरण समारोह आयोजित कर किया था।
टाटा स्टील के तत्कालीन निदेशक डा. जेजे ईरानी की पत्नी डेजी ईरानी ने बाघिन का नाम शांति रखा था। बाघिन शांति ने टाटा चिड़ियाघर में चार शावक को जन्म दिया था। जिसमें एक शावक की मौत जनवरी 2012 में हो गई थी। अभी तीन बच्चे डोना (मादा), अहाना (मादा) व विवान (नर) टाटा चिड़ियाघर में हैं।
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