फंसे मजदुरों के डेरा तक पहुँचा रहे हैं राहत सामग्री
अशोक सिंह/ बगोदर (गिरिडीह)। मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। आज जब पूरी दुनिया कोरोनावायरस (Coronavirus) जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रही है। पुरे देश में लॉक डाउन की स्थिति बनी हुई। जिसमें झारखंड (Jharkhand) के हजारों प्रवासी मजदुर जहां तहां कई राज्यों में फंसे हुए हैं। उनकी हालात दिनों-दिन खराब होती जा रही है। इस हालत में झारखंड के प्रवासी मजदुरों के खाने पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है। इ
स विकट परिस्थिति में बगोदर प्रखण्ड के घघंरी निवासी व बेंगाबाद फ्लस टू हाईस्कूल के प्रधानाचार्य अजय कुमार महतो प्रवासी मजदूरों के लिए अन्नदाता साबित हो रहे हैं। महतो लगातार इन भूखे मजदुरों व उनके छोटे छोटे बच्चों के भोजन नाश्ते का प्रबंध कर उनके शेल्टर तक पहुंचा रहे हैं। महतो के अनुसार वे अभी तक गिरिडीह और हजारीबाग जिले के लगभग चार सौ मजदुरों को राहत सामग्री दे चुके हैं। साथ ही जब भी उनके पास क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों की ऐसी जानकारी मिलती है वे उन्हें राशन पहूंचाने की कोशिश करते हैं।
पिछले कई दिनों से गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तामिलनाडु सहित अन्य राज्यों में फंसे मजदुरों तथा जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सामग्री तथा चावल, आटा, दाल, बिस्किट, आलू, चुड़ा, चीनी, माचिस व हाथ धोने के लिए साबुन इत्यादि राहत सामग्री का पैकेजिंग कर उनके अवास तक पहुंचा कर सहयोग कर रहे हैं।
हमारा लक्ष्य है की कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। हम अपनी क्षमता सामर्थ्य के अनुसार सभी जरूरतमंद लोगों का सहयोग करते रहेंगे। प्रधानाचार्य अजय कुमार महतो के द्वारा प्रवासी मजदूरों के प्रति किए जा रहे इस महान मानवीय कार्य के कारण प्रदेशों में फंसे मजदूर और उनके झारखंड में स्थित परिवार के लोगों द्वारा दुआएं दी जा रही है।
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