इंटक नेता अजय कुमार सिंह का ददई गुट से हुआ मोहभंग

  • ददई गुट छोड़ने की तैयारी पूरी

  • कार्यकर्ताओं संग कई दिनों से चल रहा है मैराथन बैठक

एस.पी.सक्सेना/ बोकारो। सीसीएल सेफ्टी बोर्ड सदस्य कथारा (Kathara) क्षेत्र के इंटक (ददई गुट) से जुड़े श्रमिक नेता अजय कुमार सिंह (Ajay Kumar Singh) का इंटक ददई गुट से 10 वर्षों से जुड़ा रिश्ता अब लगभग टूटने के कगार पर है। यदि ऐसा हुआ तो ददई गुट के लिए यह बहुत बड़ा झटका और नुकसान दायक साबित होगा। क्योंकि श्रमिक नेता अजय कुमार सिंह ने जिस तरह कथारा क्षेत्र के कथारा कोलियरी, गोविंदपुर, कथारा वाशरी (Kathara Washrey) स्वांग वाशरी (Swang Washrey) आदि जगहों पर ददई गुट को जो मजबूती दिलाई थी। वह ददई दुबे गुट ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा।

श्रमिक नेता सिंह का मजदूरों के बीच अच्छी पैठ और लोकप्रियता ने ददई गुट को कथारा क्षेत्र में स्थापित किया। अंदर खाने की बातों से यही पता चलता है कि संगठन के अंदर चल रहे अविश्वास के माहौल के कारण आज यह स्थिति उत्पन्न हुई है।सिंह के काफी करीबी कामगारों का कहना है कि निस्वार्थ भाव से सक्रिय रहते हुए संगठन को एक मुकाम तक पहुंचाने वाले हमारे श्रमिक नेता को बार-बार अग्नि परीक्षा से गुजारना पर रहा है। उन्होंने हर बार संगठन और मजदूर के हित में कार्य किए लेकिन उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने का दौर जारी रहा। जिसकी वजह से अंततः यह फैसला अब सबके सामने है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंटक के राष्ट्रीय महामंत्री सह बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह के आकस्मिक निधन के बाद श्रमिक नेता अजय कुमार सिंह द्वारा उनके कथारा दो नंबर कॉलोनी स्थित कार्यालय के समीप एक शोकसभा का आयोजन किया गया था। इस दौरान सिंह ने “राजेन्द्र प्रसाद सिंह अमर रहें… अनूप सिंह तुम आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ है” का नारा लगाया था। जिसकी वीडियो वायरल करते हुए ददई दुबे सहित वरीय पदाधिकारियों को भेज दी गई थी।

इस बात को लेकर ही अजय कुमार सिंह से नाराजगी व्यक्त करते हुए नेताओं ने उनसे जवाब तलब किया गया था। इस बात को लेकर और स्वाभिमान को ठेस पहुंचने से आहत सिंह ने लगभग फैसला कर लिया था कि अब वे ददई गुट से नाता तोड़ लेंगे। तब उन्होंने कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान कहा था कि जिस संगठन में बार-बार अग्नि परीक्षा देनी पड़े और ऐसे शोक की घड़ी में शोकसंवेदना प्रकट करने का सिर्फ राजनीतिकरण की बात हो तो वैसे संगठन से दूर होने से ही आत्म स्वाभिमान की रक्षा होगी।

जब से श्रमिक नेत सिंह के इंटक ददई गुट छोड़ने की खबर फैली है उसके बाद से ही अन्य श्रमिक संगठन के वरीय नेता उनसे संपर्क बना रहे हैं। ताकि ऐसे मजबूत श्रमिक  नेता के शामिल होने से उनका संगठन इस क्षेत्र में काफी ताकतवर बने। मालूम हो कि श्रमिक इंटक नेता सिंह का सीसीएल कथारा क्षेत्र में काफी प्रभाव है। मजदूरों के काफी संख्या बल का साथ होने की वजह से वे जिस संगठन में शामिल होंगे वह संगठन निश्चित ही ताकतवर बनकर क्षेत्र में उभरेगा। ऐसे अजय कुमार सिंह सीसीएल बीएन्डके सहित ढोरी में भी अच्छी पकड़ रखते है। इंटक ददई दुबे गुट में रहकर सिंह ने कई पदों को सुशोभित किया है।

मजदूरों के बीच अच्छी पकड़ रखने वाले श्रमिक नेता सिंह ने संगठन और मजदूर हित में अपनी कुशल कार्यप्रणाली से सभी को प्रभावित किया है। इसलिए वे सीसीएल कथारा क्षेत्रीय सचिव, सीसीएल सचिव, सीसीएल सेफ्टी बोर्ड मेंबर, आरसीएमएस केंद्रीय समिति सचिव सहित इंटक राष्ट्रीय सचिव जैसे बड़े पदों का दायित्व निभाते आ रहे थे। अचानक ददई गुट छोड़ने की खबर से कई नेता सहित क्षेत्र के लोग आश्चर्यचकित है। अब देखना है कि सिंह किस श्रमिक संगठन में जाते हैं। ऐसे उन्हें लंबा करने के लिए कई श्रमिक संगठन के नेताओं ने संपर्क स्थापित कर रखा है। दूरभाष पर बातचीत में सिंह का कहना है कि सब कुछ भविष्य के गर्भ में छोड़ दे। अन्य श्रमिक संगठन में जाने का अंतिम फैसला कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के बाद ही लिया जाएगा।

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