एस.पी.सक्सेना/ हजारीबाग (झारखंड)। हजारीबाग जिला के हद में बड़कागांव गावों में हाथियों के एक झुंड ने एक ही रात में तीन लोगों को मार डाला। झुंड के एक हाथी ने एक व्यक्ति को सूंड़ में लपेटकर पटक-पटककर मार डाला। वहीं दो लोगों को कुचल दिया। जिससे उनकी मौत हो गयी। इससे ग्रामीणों में दहशत, चिंता, गुस्सा और क्षोभ है। घटना से गुस्साये लोगों ने डोकाटांड़ में सड़क जाम कर वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिये जाने की मांग की। मृतकों की पहचान तुलसी महतो, लीलू साव, हसीब अंसारी के रूप में हुई है।
बताया जाता है कि बड़कागाव प्रखंड स्थित वन क्षेत्र के डूमारो जंगल के रानी तालाब से 22 हाथियों का झुंड बीते 14 नवंबर की संध्या सिमरतरी गांव पहुंचा।हाथियों के झुंड ने खेत-खलिहान में जमकर उत्पात मचाया। फसलों को नष्ट कर दिया। अपनी बर्बाद होते फसल को देख लोगों से नहीं रहा गया। लोगों ने हाथियों को भगाने के लिये रात के करीब 7:30 बजे मशाल लेकर निकले।
ढोल-नगाड़े बजाकर हाथियों को खदेड़ने का प्रयास किया। इस दौरान सिमरातरी गांव के स्थानीय रहिवासी रिजु महतो के पुत्र तुलसी महतो को एक हाथी ने अपने सूंड़ में लपेट कर हाथी ने पटक-पटक कर मार डाला। वहीं हाथी भगाने के क्रम में एक व्यक्ति रात के बाद से गायब था। सुबह उसका भी कुचला हुआ शव मिला। देर रात को हाथियों का यह झुंड सिमरातरी गांव से गोसाई बलिया की ओर चला गया।
सूत्रों के अनुसार हाथियों के झुंड ने बड़कागांव प्रखंड के डोकाटांड़ निवासी लीलू साव को भी अपना शिकार बनाया। मृतक लीलू साव जन वितरण प्रणाली की दुकान चलाते थे। हाथियों का शिकार हुए तीसरे व्यक्ति मिर्जापुर निवासी मो.जमीरुद्दीन अंसारी का पुत्र हसीब अंसारी बताया जाता है।
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