साभार/ जम्मू। जम्मू के एक बस स्टैंड पर गुरुवार दोपहर जोरदार धमाका हुआ। पुलिस के मुताबिक ग्रेनेड अटैक में 33 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक घायल की मौत हो गई है। सुरक्षाकर्मियों ने इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। सुरक्षाबलों ने 10 संदिग्ध लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। दोपहर 12 बजे के करीब भीड़भाड़ वाले इलाके में बने बस स्टेशन में एक बस के पास धमाका किया गया। आपको बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है।
जम्मू के आईजी मनीष सिन्हा ने बताया कि यह ग्रेनेड से किया गया हमला था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार एक संदिग्ध हमलावर ने ग्रेनेड से हमला किया और मौके से फरार हो गया। 10 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है। IG का कहना है कि हमले का मकसद सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ना था। इस विस्फोट में 17 साल के मोहम्मद शारिक की मौत हो गई।
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल की प्रधानाचार्या सुनंदा रैना ने बताया, ‘अब तक 28 घायलों को यहां लाया गया है। इनमें से तीन की हालत गंभीर है और दो का ऑपरेशन किया जा रहा है।’ जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एम के सिन्हा ने बताया कि प्रारंभिक जांच से लगता है कि किसी ने दोपहर के वक्त बस स्टैंड इलाके में हथगोला फेंका, जिसके चलते विस्फोट हुआ। तत्काल मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लेने वाले सिन्हा ने बताया कि विस्फोट के बाद बी सी रोड के आसपास के इलाके की घेराबंदी कर दी गई और हथगोला फेंकने वाले को पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर तलाश अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट में बस स्टैंड पर खड़ी सरकारी बस को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ। आईजी ने कहा, ‘जब भी चौकसी ज्यादा होती है, हम जांच-पड़ताल सख्त कर देते हैं लेकिन किसी-किसी के उससे बच निकलने की आशंका रहती है और यह ऐसा ही मामला लग रहा है।’ उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, ‘निश्चित तौर पर मंशा सांप्रदायिक शांति एवं सौहार्द बिगाड़ने की थी।’ उन्होंने बताया कि पुलिस सबूत इकठ्ठे कर रही है और हम निश्चित तौर पर उसे (हमलावर को) ढूंढ निकालेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक धमाके में चाइनीज ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया है। बताया जा रहा है कि पहले भी यह इलाका आतंकियों के निशाने पर रहा है। टाइम्स नाउ के मुताबिक शुरुआती जांच में सामने आ रहा है कि इस धमाके का मकसद सांप्रदायिक तनाव पैदा करना था। ऐसे में प्रशासन की ओर से आगाह किया गया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। ग्रेनेड धमाका इतना जबर्दस्त था कि आसपास की कई बसों को भी नुकसान पहुंचा है।
पिछले साल 29 दिसंबर को भी आतंकियों ने बस स्टैंड को निशाना बनाया था। उस समय आतंकी बस स्टैंड पर ग्रेनेड फेंककर भाग गए थे। तब कोई नुकसान नहीं हुआ था। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि बस स्टेशन के पास ही पुलिस स्टेशन भी है फिर भी आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब हो गए।
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