साभार/ नई दिल्ली। डीजल के दाम में सोमवार को लगातार 10वें दिन वृद्धि हुई। इसके साथ इस महीने उत्पाद शुल्क में कटौती तथा तेल कंपनियों की सब्सिडी के जरिए दाम में 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी का प्रभाव समाप्त हो गया है। सरकार ने पांच अक्टूबर से पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की। वहीं सरकारी तेल कंपनियों से एक रुपये लीटर की सब्सिडी देने को कहा था। हालांकि उसके अगले दिन से ईंधन का बिक्री मूल्य लगातार बढ़ रहा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों की कीमत अधिसूचना के मुताबिक, पेट्रोल के दाम सोमवार को स्थिर रहे जबकि डीजल की कीमत में 8 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई। इस वृद्धि के साथ डीजल का मूल्य पिछले 10 दिनों में 2.51 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुका है। तेल कंपनियां पिछले साल जून के मध्य से रोजाना कीमतों की समीक्षा कर रही हैं। उस समय से डीजल के दाम में यह सबसे तीव्र वृद्धि है।
इस वृद्धि के बाद दिल्ली में डीजल 75.46 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। वहीं,उत्पाद शुल्क में कटौती और एक रुपये की सब्सिडी लागू होने के एक दिन पहले चार अक्टूबर को यह 75.45 रुपये प्रति लीटर था। वहीं, पेट्रोल का भाव 82.72 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है। चार अक्टूबर के बाद इसमें 1.22 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है। चार अक्टूबर को पेट्रोल की कीमत 84 रुपये प्रति लीटर थी।
दिल्ली में डीजल की दर अबतक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि, कुछ राज्यों में इसके भाव कुछ कम हैं क्योंकि राज्य सरकारों ने केंद्र के उत्पाद शुल्क में कटौती तेल कंपनी की सब्सिडी के बराबर बिक्री कर या वैट में कमी की है। मुंबई में डीजल 79.11 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। जो चार अक्टूबर के 80.10 रुपये प्रति लीटर से कम है। पेट्रोल भी सोमवार को 88.18 रुपये प्रति लीटर रहा जो चार अक्टूबर को 91.34 रुपये प्रति लीटर था।
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