प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। जब किसी के घर में चोरी, डकैती या इस तरह का अपराध होता है तो पुलिस चोरों को पकड़ने के लिए आती है। लेकिन, दूसरों की रक्षा करने वाले पुलिस वाले की ही पिस्टल चोरी हो जाए तो फिर चोरों को कौन पकड़े? कुछ ऐसा ही मामला बिहार (Bihar) के अररिया से सामने आया है। जहां चोरों ने दरोगा जी की सरकारी पिस्टल उड़ा ली वह भी लोडेड। पुरा मामला अररिया जिला के हद में फारबिसगंज थाना से जुड़ा है, जहां चोरों ने इस घटना को अंजाम दिया। चोरों ने वर्ष 2011 बैच के दरोगा विमल मंडल की सरकारी पिस्टल ही चुरा ली।
खास बात यह कि इस घटना को चोरों ने थाना परिसर में बने सरकारी क्वार्टर में ही अंजाम दिया। फारबिसगंज थाना में पदस्थापित दरोगा विमल मंडल जब सो कर उठे तो उनके घर का दरवाजा खुला था और उनकी सरकारी पिस्टल गायब थी। पिस्टल मैगजीन से लोड थी। लिहाजा दारोगा जी की पिस्टल चोरी होना फारबिसगंज के लोगों में कौतूहल का विषय बन गया है। वहीं, पुलिस महकमा में इस घटना के बाद हड़कंप मच गया है।
इधर सूचना मिलने पर फारबिसगंज एसडीपीओ मनोज कुमार भी मौके पर पहुंचे और खुद घटना की छानबीन में जुटे हैं। बताया जाता है कि फारबिसगंज थाना के पीछे पुलिस का सरकारी आवास है जहां दरोगा विमल मंडल के साथ थानाध्यक्ष भी रहते हैं। इस घटना के बाद से पुलिस डिपार्टमेंट में हड़कंप मचा हुआ है। फारबिसगंज एसडीपीओ मनोज कुमार ने बताया कि पिस्टल की बरामदगी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। दूसरी तरफ फारबिसगंज शहर के लोगों में चर्चा है कि जब पुलिस वाले की ही पिस्टल चोरी हो रही है तो शहर में अन्य चोरी की घटनाओं को भला कैसे रोका जा सकेगा?
400 total views, 1 views today