बिहार सरकार ने फंसाई पेच
नवीन सिंह परमार/ सीवान। सीवान सांसद ओमप्रकाश यादव के प्रयास से केंद्रीय रेल मंत्री द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा – सीवान रेल खंड पर सीवान जंक्शन से पूर्व सिसवन ढाला रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण कार्य प्रारंभ करने की स्वीकृति मिलने की ख़ुशी में सीवान के लोग अभी जश्न मना ही रहे थे की उनकी खुशियों पर लगता है कि ग्रहण लग गया। रेलवे की स्वीकृति मिलने के बाद भी अभी ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद नहीं है।
गौरतलब हो कि पूरा मामला रेलवे व राज्य सरकार की दांव पेच में फंस गया है। रेलवे ने यहां पर ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति आठ माह पहले ही दे दी थी। लेकिन राज्य सरकार द्वारा जमीन को लेकर अभी स्वीकृति नहीं मिली है। राज्य सरकार ने रेलवे को बताया है कि उसके लिए जितनी जमीन चाहिए। उतनी जमीन अभी नहीं है। पूरब साइड में ओवरब्रिज बनाने के लिए पर्याप्त जमीन है। लेकिन दूसरे साइड में जमीन देने के दौरान रोड़ा सामने रहा है।
वहां पर बस्ती होने का हवाला दिया गया है। इसलिए राज्य सरकार की तरफ से रेलवे को अोवरब्रिज निर्माण के लिए स्वीकृति नहीं मिली है। जब तक राज्य सरकार द्वारा स्वीकृति नहीं मिल जाती। जबतक रेलवे टेंडर की प्रक्रिया भी नहीं अपना सकता है। सिसवन ढाला पर रेलवेे ओवरब्रिज के निर्माण पर 36 करोड़ रुपए खर्च करने का डीपीआर तैयार है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने हरी झंडी देते हुए राज्य सरकार के पास स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेज दिया।
सिसवन ढाला अति व्यस्त ढाला है। इसलिए यह अक्सर बंद रहता है। सीवान स्टेशन हाेकर रोज लगभग 70 अप डाउन ट्रेनेें गुजरती हैं। इससे यह ढाला बंद रहता है। रोज आैसतन 15 से 17 घंटे तक ढाला बंद रहता है। नतीजतन लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं। एक बार में कभी कभार चार-पांच ट्रेनें गुजरती है। इस दौरान काफी समय तक बैरियर गिरे रहता है। इससे दोनों तरफ गाड़ियों की लम्बी लाइन लग जाती है। कई बार बीमार लोग भी इस जाम में फंस जाते है।
सीवान-छपरा रेलखंड के चांप ढाला के पास 26 अक्टूबर 2012 को बाघ एक्सप्रेस मार्बल इंजीनियरिंग कॉलेज की बस में टक्कर के बाद नौ छात्रों की माैत हो गई थी। इसके बाद रेलवे राज्य सरकार की संयुक्त टीम ने चांप, सिसवन ढाला कचहरी ढाला का जायजा लेकर रेलवे ओवरब्रिज की आवश्यकता जताई। लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी अभी तक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण नहीं हो सका। सिसवन ढाला पर कहां पर पाया लगेगा और कहां पर चढ़ाव उतार हाेगा।
क्या कहते है डीआरएम
पूर्वोत्तर रेलवे के सीवान जंक्शन से पूर्व सिसवन ढाला पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। राज्य सरकार द्वारा जमीन देने में कुछ तकनीकी पेच बताया गया है। इस मामले की एक बार फिर से संयुक्त निरीक्षण की जाएगी।
– एसके झा, डीआरएम, वाराणसी रेल मंडल
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