प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। कोरोना (Coronavirus) से बचने के लिए अब तक हम जिस एन-95 मास्क को सबसे कारगर समझ रहे थे आज उसी पर सवाल खड़े हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को N-95 mask के इस्तेमाल के खिलाफ चेतावनी दी है। इसे लेकर स्वस्थय मंत्रालय ने राज्यों को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ) राजीव गर्ग ने 20 जुलाई को सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र जारी किया है।
राज्यों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि मेडिकल हेल्थ वर्कर्स के अलावा जनता द्वारा भी एन-95 मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है। जबकि इसमें छिद्रयुक्त श्वसनयंत्र (वॉल्व्ड रेस्पिरेटर) लगे हुए है जो वायरस को मास्क में घुसने से नहीं रोक सकते। (मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड फैमली वेलफेयर की वेबसाइट पर चेहरे ओर मुंह के मास्क के लिए एडवाजरी मौजूद है।)
पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अपनाए गए उपायों में एन-95 मास्क का उपयोग हानिकारक है क्योंकि इसमें लगे रेस्पीरेटर वाले छेद से वायरस मास्क के अन्दर घुस सकता है। इससे बेहतर है की थ्री लेयर की घर में बनी प्रोटेक्टिव मास्क का इस्तेमाल किया जाये। पत्र में राज्यों से एन-95 मास्क के अनुचित उपयोग पर रोक लगाने को कहा गया है।
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