राज की सड़को पर फर्राटे भरती बुईक कार- प्रजा हैरान
विशेष संवाददाता/ हथुआ (बिहार)। हथुआ राज के इतिहास में एक और अध्याय जुड़ गया है। पिता की पसंदीदा कार पर यहां के मौजूदा महाराज मृगेंद्र प्रताप साही (Maharaj Mrigendra Pratap Saahi) फिर से सैर -सपाटे करने लगे हैं। 1953 में देवदार लकड़ियों से बनी 8 सिलेंडरो वाली वेंटज बुईक कार की लंबी दास्तान है। अमेरिका में बनी यह कार अब हथुआ की सड़कों पर फर्राटे भर रही है। इसे देख लोगों के पग थम जाते हैं।
उल्लेखनीय है की करीब छह दशक पुरानी महाराजा गोपेश्वर प्रताप साही की सबसे पसंदीदा कार हथुआ राज में कठही गाड़ी के नाम से विख्यात थी। अमेरिकन कंपनी द्वारा बनाई गई 8 सिलेंडरो वाली विंटेज बुईक कार को बिहार के जुगाड़ू इंजीनियरों ने कड़ी मशक्कत कर फिर से जवान बना दिया है जो अब हथुआ की सड़कों पर फर्राटे भरने लगी है l हालांकि बिहार के गोपालगंज जिला (Gopalganj District) में स्थित हथुआ राज पैलेस (Hathwa Raj Palace) में दर्जनो ऐसी कार पर्यटकों को लुभाती है। लेकिन यह कार आगंतुकों के लिए चर्चा का विषय बन गया है। विंटेज कारो में सर्वाधिक चर्चित कठही गाड़ी पर हो रही है। मिनी बस जैसी दिखने वाली इस कार की विशेषता यह है कि इसका बॉडी देवदार लकड़ियों से बना है। उस दौर की इस लग्जरी कार में वातानुकूलित सिस्टम के साथ साथ हीटर, फोर व्हील, तथा यात्री की सुरक्षा के तमाम उपकरण मौजूद हैं।
अमेरिका से 1953 में आई थी भारत
हथुआ राज के सूत्रों का कहना है की विंटेज कार 1953 में अमेरिका द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल को उपहार में देने के लिए मंगाया गया था l लेकिन उन्होंने इस उपहार को ठुकरा दिया, तब अमेरिकी दूतावास द्वारा इस गाड़ी की नीलामी कर दी गईl बताया जाता है कि उस वक्त के तत्कालीन हथुआ महाराजा गोपेश्वर प्रताप साही की यह पसंदीदा कार थी l इस लिए उन्हीने खरीद लिया। उस दौर में महाराज और भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के पारिवारिक संबंध थे। डॉ.राजेंद्र प्रसाद के भी कई स्मृतियां इस विंटेज कार से जुड़ी हुई है l
दशको से यह कार पटना स्थित हथुआ राज (Hathwa Raj) के राम भवन परिसर की शोभा बनी रही, जिसे कुशल इंजीनियरों ने काफी मशक्कत के बाद पुनः इसकी पुराना रूप दे दियाl हथुआ पैलेस के मैनेजर एसएन शाही के अनुसार इस कार में कोई नई चीज नहीं लगाई गई है। बल्कि आज भी इसके सारे पार्ट्स ओरिजिनल हैंl बुधवार को हथुआ महाराजा मृगेंद्र प्रताप साही इस विंटेज कार को स्वयं हथुआ की सड़कों पर सरपट दौड़ाए। महाराजा मृगेंद्र प्रताप साही ने बताया की इस विंटेज कार पर उन्होंने बचपन में अपने माता-पिता के साथ बहुत सैर किया है। ज्ञात हो कि हथुआ का पुरानी किला अब संग्रहालय के रूप में विकसित किया जा रहा है तथा इसे पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। उन्हें उम्मीद है की यह कार पर्यटकों को खूब लुभाएगी।
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