प्रहरी संवाददाता/ हथुआ (गोपालगंज)। विकास के नाम पर चल रही धांधली और विनाश की पोल बारिश की पहली बौछार ने खोल दी है। मुखिया, सरपंच और बीडीओ द्वारा मानसून से पूर्व कराये गए विकास की पोल परत दर परत खुलती जा रही है। हथुआ (Hathua) अनुमंडल में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि मोदी के राज में भी लूट का बाजार सजा हुआ है।
गौरतलब है कि चंद घंटों की बारिश ने हथुआवासियों का जीना मुहाल कर दिया है। हथुआ बाजार की स्थिति बद से बदतर हो गई है। जानकर बताते है कि कुछ ऐसी ही स्थिति पूरे अनुमंडल की है। घनी आबादी वाले हथुआ मार्किट की सड़कों पर कहीं बरसाती तो कहीं नाले का पानी बह रहा है। मामूली रिमझिम बारिश में भी ग्रामीण इलाकों के लोग बाजार आने से कतराते हैं। चूंकि हल्की बारिश में भी पूरा बाजार गंदी पानी और कीचड़ से भर जाता है।
बता दें कि हथुआ बाजार परिसर को सुधारने के लिए राज्य सरकार और स्थानीय निकायों द्वारा हर साल भारी भरकम निधि जुटाई जाती है ताकि बाजार परिसर का सुधार और स्वच्छ रखा जा सके। लेकिन यहां तो विकास निधि में बदस्तूर सेंध लगाई जा रही है। इस कड़ी में दिलचप बात यह है कि हाल ही में हथुआ परिसर मे ब्लॉक द्वारा नालों की सफाई अभियान चलाया गया था।
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