प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। डिस्टिक प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग ग्रुप से संबंधित समीक्षा बैठक में मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने संबंधित पदाधिकारियों को कई बिंदुओं पर निर्देश दिया। कहा कि बाइपास का निर्माण पूर्वी एवं पश्चिमी दोनों भागों के लिए बड़ा कार्य होगा। भगवानपुर (Bhagwanpur) ओवरब्रिज से संबंधित सर्विस लेन की समीक्षा में बताया गया कि कार्य शुरू है। इस पर डीएम ने एनएचएआई के अधिकारियों को एक माह के अंदर कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया।
एनएच 527-सी मझौली- चोरौत सड़क निर्माण की समीक्षा में पाया गया कि कई स्कूलों को हटाया जाना है। इस पर डीएम ने तेज गति से कार्य करने का निर्देश दिया। एनएच 77 मधौल बाइपास की समीक्षा में जिला भू -अर्जन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि रैयतों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। कहा कि बाढ़ को लेकर कार्य की गति धीमी हुई थी। जिस पर डीएम ने रैयतों के भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने संबंधित गांवों के किसानों के साथ बैठक कर तथा कैंप लगाकर भुगतान का निर्देश दिया।
डीएम द्वारा मोतीपुर- बरूराज पथ, राजेपुर- करचोलिया पथ, मीनापुर- टेंगराहा पथ की समीक्षा में आ रही तकनीकी समस्याओं का शीघ्र निराकरण कर निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा गया। विभागीय अधिकारियों द्वारा डीएम डॉ सिंह को जानकारी दिया गया कि रानी सती मंदिर सिकंदरपुर मन से होते हुए लक्ष्मी चौक पथ ( मरीन ड्राइव) में लगभग 50 मीटर भाग में कई सालों से सड़क निर्माण कार्य लंबित है।
मामला उच्च न्यायालय में है। इस पर डीएम ने अपर समाहर्ता को निर्देश दिया कि सरकारी अधिवक्ता को अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए शीघ्र निष्पादन कराने को कहा। बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, नगर आयुक्त, जिला भू अर्जन पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी और सभी तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।
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