सीएम नीतीश ने बुलाई हाई लेवल मीटिंग
संतोष कुमार झा/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। पूरे बिहार (Bihar) में फिर से लॉकडाउन की घोषणा कर दी गयी है। कोरोना संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। 16 जुलाई से 31 जुलाई तक लॉकडाउन रखने का निर्णय लिया गया है।
बिहार में कोरोना (Coronavirus) महामारी को देखते हुए बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सीएम नीतीश ने 14 जुलाई को कोरोना को लेकर बैठक की। इसके बाद कोरोना संक्रमण की तेजी के मद्देनजर अब 16 जुलाई से लेकर 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। राज्य में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले राज्य स्तर पर तेजी से बढ़े है। इसे लेकर प्रशासन से लेकर सरकार बेहत चिंतित है। अथक प्रयासों के बाद भी संक्रमण को रोकने में स्वास्थ्य विभाग नाकाम है। ऐसी स्थिति में लॉकडाउन ही एकमात्र उपाय है।
राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार के अनुसार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। 14 जुलाई को मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में इस मामले पर अंतिम फैसला लिया गया। जिसके तहत पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाया जायेगा। गौरतलब है कि प्रदेश में पहली बार राज्य सरकार ने 23 मार्च की रात से लॉक डाउन लगाया था। इसके बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। दो दो बार लॉकडाउन बढ़ाया गया अब तीसरी बार लॉकडाउन की तैयारी है।
जून महीने में जहां एक दिन में पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार 200 से 250 थी अब वह एक हजार से ऊपर हो गई है। अब रोज 1100 से 1200 केस सामने आ रहे हैं। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए 7 जुलाई को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कई जिले के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंस से बैठक की थी। उस बैठक के बाद 11 जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है।
गौरतलब हो कि राज्य में पटना समेत कई जिलों में लागू लॉकडाउन को और व्यापक रूप दिए जाने की सरकार की तैयारी है, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ने के साथ ही इसके प्रसार को भी रोका जा सके।
जिला न्यायालयों में एक सप्ताह तक किसी को प्रवेश नहीं
राज्य के सभी जिला न्यायालयों में कोई भी प्रवेश नहीं करेगा। सभी न्यायिक कार्य वीडियो कान्फ्रेंस से होंगे। चाहे किसी को रिमांड करना हो या रिलीज करना हो। सभी न्यायिक अधिकारी अपने आवास से ही न्यायिक कार्य करेंगे। इस आशय का निर्देश पटना हाइकोर्ट के महानिबंधक ने सूबे के सभी जिला जज को दिया है।
स्वस्थ होने की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा
पिछले दो दिनों से रोज एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित राज्य में मिले हैं। हालांकि बिहार में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर अभी 71 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अच्छी है। वहीं, 12,364 कोरोना के मरीज ठीक होकर घर भी चले गए हैं। इसके बावजूद सरकार एहतियातन पूरे राज्य में लॉकडाउन पर विचार कर रही है।
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