संतोष झा/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। बिहार सरकार (Government of Bihar) के बिना किसी प्रकार की मदद अपने पैसे से कोटा से 14 बसों में सवार होकर 400 छात्रों का पहला जत्था मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले के कांटी प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंचे हैं। यहां जिला प्रशासन ने सभी छात्रों को भोजन कराया। इस दौरान सोशल डिस्टेंस का विशेष तौर पर ध्यान रखा गया था। जिला प्रशासन की ओर से यहां भोजन व कुछ देर आराम करने की व्यवस्था की गई। मौके पर कांटी बीडीओ सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
बीडीओ उमा भारती ने बताया कि अभी और छात्रों के देर रात तक पहुंचने की संभावना है। वे सभी बिहार सीमा में नहीं प्रवेश कर पायें हैं। ज्ञात हो की सभी छात्र कोटा (Kota) में रहकर विभिन्न कोचिंग संस्थानों में इंजीनियरिंग व मेडिकल की तैयारी कर रहे थे। कोरोनावायरस महामारी को लेकर पुरे देश में लाॅकडाउन की वजह से वहां पर सभी कोचिंग संस्थानों, हाॅस्टल का मेस व होटलों के बंद होने से भूखे रहने की नौबत आ गई थी। किसी भी प्रकार के वाहन का परिचालन नहीं होने से सभी वहीं फंस गए थे।
छात्रों ने बताया कि बहुत मुश्किल से किसी तरह से वहां जिदंगी गुजर रही थी। कुछ दिनों बाद मेस बंद कर मेस संचालक अपने घर चले गये थे। इस दौरान वे सभी चूरा, दही, ब्रेड, दूध आदि खाकर समय काट रहे थे। मेस संचालक एक टाइम किसी तरह खाना पहुंचाते थे। उसी से हम सभी का भोजन चलता था। छात्रों ने बताया कि सभी बीते 29 अप्रैल को कोटा से चले थे तथा एक मई को मुजफ्फरपुर पहुंचे हैं।
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