एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। आंदोलनरत झारखंड सहायक पुलिस बल के जायज मांगों पर गंभीरता दिखा कर उनकी मांगो को पुरा कर आंदोलन को समाप्त कराये राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन। उक्त बातें 16 जुलाई को आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व प्रत्याशी कांके विधानसभा क्षेत्र एवं उलगुलान मोर्चा के अध्यक्ष रवि पीटर ने संयुक्त बयान जारी कर कही।
नायक व् पीटर ने बताया कि उस वक्त के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा 12 नक्सल प्रभावित झारखंड के 12 जिलों में वर्ष 2017 को सहायक पुलिस बल की नियुक्ति की गई थी।
कहा कि सहायक पुलिस बल में शत प्रतिशत आदिवासी, मूलवासी युवा-युवती नियुक्त किए गए थे। आज 17 दिनों से वे झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी में वर्दी ए इंसाफ यात्रा के तहत आंदोलनरत हैं।
ऐसे में आदिवासी मूलवासी की बात करने वाली झारखंड के हेमंत सोरेन सरकार को उनके जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक एवं गंभीरता दिखाते हुए उनके जायज मांगों को पूरा किया जाना चाहिए, ताकि 17 दिनों से चल रहे उनके आंदोलन को समाप्त कराया जा सके।
कहा गया कि इन आदिवासी मूलवासी सहायक पुलिस बल के युवा युवतियों को न्याय मिल सके। नायक ने कहा कि सहायक पुलिस बल मे राज्य के सभी आदिवासी, मूलवासी गरीब-गुरबा युवा-युवती ही नियुक्त किए गए हैं। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री को मानवीयता दिखाना चाहिए।
उनके प्रतिनिधियों को बुलाकर वार्ता कर सकारात्मक ठोस पहल कर अपनी प्रतिबद्धता आदिवासी मुलवासी समाज के प्रति दिखाकर उनके हक और अधिकार को संरक्षण देते हुए सभी जायज मांग को पुरा किया जाना चाहिए।
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