प्रहरी संवाददाता/बगोदर (गिरिडीह)। एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रशांत बोस एवं उसकी पत्नी शीला मराण्डी के रिहाई की मांग को लेकर पिछले 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस के रूप में नक्सलियों के द्वारा मनाया गया।
साथ ही 27 जनवरी को झारखंड बिहार (Jharkhand Bihar) बंद का आह्वान किया गया था। बंद शुरू होने के पहले ही घंटे में नक्सलियों ने गिरिडीह जिला (Giridih district) के हद में धनबाद गया रेलखंड के चौधरी बाद स्टेशन और चिचाकी स्टेशन के बीच ब्लास्ट कर बीते 26-27 जनवरी की रात्रि रेलवे ट्रैक को लगभग 12:30 बजे धमाके से उड़ा दिया। जिससे रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया।
हालांकि रेलवे (Railway) की ओर से युद्ध स्तर पर रेलवे ट्रैक को मरम्मति कर पुनः रेलवे ट्रेक को ठिक कर परिचालन शुरू कर दिया गया। रेलवे के सिनियर कमान्डेट हेमंत कुमार ने बताया कि 26 जनवरी की शाम 7 बजे से ही अलर्ट पोजीशन में थे। समय करीब 12:30 बजे गैंगमैन के द्वारा सुचना दी गयी की तेज धमाका हुई है।
जिसके बाद उक्त रेल मार्ग पर चलनेवाले सभी ट्रेन को जहां-तहां रोक दी गयी और सर्च ऑपरेशन चलाया गया। पता चला कि उस जगह पर ब्लास्ट कर नक्सलियों ने ट्रैक को क्षतिग्रस्त कर दिया है। साथ हीं क्षतिग्रस्त ट्रैक इधर-उधर हो गया है। इस घटना के बाद उक्त रेलवे लाइन का परिचालन लगभग 6 घंटे तक बाधित रहा।
बता दें कि इस क्षेत्र में नक्सलियों ने 2018 में भी चौधरीबांध स्टेशन पर इसके पूर्व चिचाकी स्टेशन और करमाबाद के बीच घटना में रेलवे ट्रेक को निशाना बना चुके है। घटना के बाद गिरिडीह पुलिस कप्तान अमित रेणु घटनास्थल पर पहुंचे।
नक्सली घटना के बाद से गंगा दामोदर एक्सप्रेस चौधरीबांध स्टेशन पर,जोधपुर हावडा एक्सप्रेस हजारीबाग रोड स्टेशन पर, हटिया इस्लामपुर एक्सप्रेस पारसनाथ स्टेशन पर तथा हावडा मुम्बई मेल, आदि।
लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस समेत कई अन्य ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर ही रुकी रही। स्थिति को सामान्य करने का प्रयास रेलकर्मियों द्वारा शुरू कर दिया गया है। वहीं आस पास के इलाके में पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है।
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