प्रहरी संवाददाता/मुंबई। रविवार को सफलतापूर्वक आईएसी (IEAC) के लिए समुद्री परीक्षण का चौथा चरण पूरा कर लिया गया है, हालांकि इस दौरान कुछ एविएशन फैसिलिटी कॉम्प्लेक्स (Aviation Facility Complex) उपकरणों सहित अधिकांश उपकरणों और प्रणालियों के एकीकृत परीक्षण किए गए।
22 जुलाई के अंत में जहाज की डिलीवरी का लक्ष्य रखा जा रहा है, इसके बाद ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए जहाज को चालू किया जाएगा। यह जानकारी नौसेना के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी मेहुल कार्णिक ने दी है।
भारतीय नौसेना (Indian Navy) और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा एयरक्राफ्ट कैरियर का स्वदेशी डिजाइन और निर्माण 76% से अधिक स्वदेशी सामग्री के साथ ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया इनिशिएटिव’ के लिए राष्ट्र की खोज में एक चमकदार उदाहरण है।
इससे स्वदेशी डिजाइन और निर्माण क्षमताओं में वृद्धि हुई है, इसके अलावा बड़ी संख्या में सहायक उद्योगों का विकास हुआ है, जिसमें 2000 से अधिक सीएसएल कर्मियों (CSL Personnel) और सहायक उद्योगों में लगभग 12000 कर्मचारियों के लिए रोजगार के अवसर हैं।
आईएसी का पहला समुद्री परीक्षण 20 21 अगस्त को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। इसके बाद क्रमशः 21 अक्टूबर और 2022 जनवरी को दूसरे और तीसरे चरण के समुद्री परीक्षण किए गए।
समुद्री परीक्षण के इन तीन चरणों के दौरान, प्रणोदन मशीनरी, विद्युत और इलेक्ट्रॉनिक सूट, डेक मशीनरी, जीवन रक्षक उपकरण, जहाज के नेविगेशन और संचार प्रणालियों का धीरज परीक्षण किया गया।
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