मुश्ताक खान/मुंबई। आगामी ईद मिलादुन्नबी के जशन कि तैयारियां हर तरफ जोरों पर चल रही है। इसे देखते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ (नसीम) खान भी इन दिनों तैयारियों में काफी व्यस्त हैं।
मान्यताओं के अनुसार 571 ई में इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल की 12 वीं तारीख को पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म हुआ था। उनका पूरा नाम मो़ इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मुत्तलिब था।
हैरानी की बात यह है कि इसी रबी-उल-अव्वल के 12 वें दिन उनका इंतकाल भी हुआ। लिहाजा इस दिन को वर्ल्ड पीस डे के रूप मनाने की अपील खान ने किया है।
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Maharashtra Pradesh Congress Committee) के कार्यकारी अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ (नसीम) खान के अनुसार रबी-अल-अव्वल की 12 वीं तारीख को पौधारोपण कर पर्यावरण को हरा भरा बनाएं, इसके अलावा अपने शहर, गली व मोहल्ले को साफ सुथरा रखें।
अस्पतालों में जाकर बीमारों में फल-दूध वगैरा तकसीम करें, मोहल्लों में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाए, गरीबों में कपड़ा और लजीज पकवान तकसीम करें। पड़ोसियों का ख्याल रखें, घरों व मस्जिदों को सजाएं और खूब इबादत करें। कुरआन-ए-पाक की तिलावत करें। दरुदो-सलाम का नजऱाना पेश करें।
रोजा रखें, शरीअत के दायरे में रहकर ईद मिलादुन्नबी की खुशियां मनाएं, मिलाद की महफिल सजाएं। यही हमारे पैगाम का पैगंबर है।
इससे पैगंबर-ए-आजम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की तालीम भी आम होगी और समाज सेवा भी। जिन पर अमल कर लिया जाए तो आपसी भाईचारा व मोहब्बत में इजाफा होगा और त्योहार भी शांति कस साथ संपन्न हो जाएगा।
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