विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। गोमियां प्रखंड (Gomian block) के हद में विभिन्न जगहों पर सादगीपूर्ण ढंग से मोहर्रम का त्यौहार मनाया गया। इस अवसर पर खासतौर पर कोरोना गाइडलाइन का ध्यान रखा गया।
मोहर्रम (Muharram) के अवसर पर बीते 20 अगस्त को गोमियां प्रखंड के होसिर, साड़म, गोमियां, लट्कुटा सहित कई जगहों पर सरकारी गाइडलाइन के साथ मोहर्रम का त्यौहार मनाया गया। इस संबंध में साड़म स्थित चटनिया बागी के सदर मोहम्मद वारिस ने बताया कि इस्लामिक कैलेंडर के पहले महीने का नाम मुहर्रम है।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों के लिए यह सबसे पवित्र महीना होता है। इस दिन को इस्लामिक कैलेंडर में बेहद अहम माना गया है। इसी दिन हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला में अपने 72 साथियों के साथ शहादत दी थी, इसलिए इस माह को गम के महीने के तौर पर मनाया जाता है।
साथ हीं इमाम हुसैन की शहादत की याद में ताजिया और जुलूस निकाले जाते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए इस वर्ष भी ताजिया का जुलूस नहीं निकाल गया और सादगी पूर्ण वातावरण में मोहर्रम का त्यौहार संपन्न किया गया।
दूसरी ओर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस प्रशासन क्षेत्र में अपनी नजर बनाए हुए था। मौके पर मोहम्मद सागिद अंसारी, मो तनवीर अंसारी, मो ऐनुल अंसारी, जाहिद अंसारी, सबा अंसारी आदि मौजूद थे।
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