अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 27 नवंबर को सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र तीर्थ सोनपुर से होकर बहने वाली गंगा एवं गंडक नदियों के संगम सहित विभिन्न नदी घाटों पर 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मठ तथा मंदिरों में घंटे घड़ियालों एवं शंख ध्वनि के बीच आरती पूजन किया गया।
इस अवसर पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर न्यास समिति के मार्गदर्शन में सर्वप्रथम बाबा हरिहरनाथ मंदिर में देर रात में ही हरि और हर के उत्सव मूर्ति का पूजन संपन्न किया गया। जुलूस की शक्ल में उत्सव मूर्ति को नारायणी नदी में काली घाट ले जाया गया। जहां मंदिर के मुख्य अर्चक आचार्य सुशीलचंद्र शास्त्री और अन्य ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रों के साथ बाबा हरि (श्रीहरि विष्णु) और हर (शिव) का विधिवत स्नान संपन्न कराया।
इस मौके पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सारण के डीएम अमन समीर, एसपी गौरव मंगला और अनुमंडलीय अस्पताल सोनपुर के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने भी विधिवत हरिहरनाथ बाबा की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद ग्रहण किया।
कार्तिक पूर्णिमा स्नानार्थियों ने सोनपुर के काली मंदिर, खाक चौक ठाकुरबाड़ी, सूर्य मंदिर, शनि मंदिर, भगेश्वर नाथ,आपरूपी गौरी शंकर मंदिर, उमा महेश्वर लिंगोदभुत मंदिर तथा गंगा एवं गंडक नदियों के संगम स्थल सबलपुर बभनटोली के शांति धाम में योगिराज गोरखाई नाथ संगमेश्वर महादेव मंदिर, माही नदी किनारे संकटमोचन मंदिर विभिन्न शैव, वैष्णव और शाक्त मंदिरों में दर्शन पूजन किया। इस दौरान सैकड़ों छोटे बड़े शिवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक किया।
गजेंद्र मोक्ष में श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ संपन्न
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर नारायणी नदी किनारे साधु गाछी में श्रीगजेन्द्र मोक्ष देव स्थानम दिव्य देश पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य के मार्ग दर्शन में देवोत्थान एकादशी से आरंभ श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ का कार्तिक पूर्णिमा के दिन विधिवत समापन हो गया।
देवस्थानम के व्यवस्थापक नंदकुमार बाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर भंडारा का आयोजन किया गया। यज्ञ के आखिरी दिन पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में भक्तों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। साथ हीं भगवान श्रीगजेन्द्र मोक्ष, श्रीदेवी, भू-देवी और लक्ष्मी देवी का जयकारा लगाया। भक्तों ने भगवान श्रीहरि विष्णु के परम भक्त और वाहन गरुड़ देव जी को नमन किया। गरुड़ स्तंभ और जल पर तैरने वाले दैवी पत्थर का दर्शन भी किया।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लोकसेवा आश्रम के व्यवस्थापक संत बाबा विष्णु दास उदासीन के मार्गदर्शन में हजारों तीर्थयात्रियों और साधुओं को महाप्रसाद भोग कराया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य और शनिदेव का दर्शन पूजन किया। संध्या आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। साधु गाछी स्थित तरेत पाली श्रीलक्ष्मी नारायण कांच मंदिर में भी भंडारा का आयोजन किया गया।
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