एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)। कोरोना मरीजों से जांच के नाम पर प्रति रोगी अधिक लेने का खुलासा रांची के अधिवक्ता दीपेश निराला ने किया है। निराला ने इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से की है।
अधिवक्ता निराला ने कोविड 19 (आरटी पीसीआर) जांच के नाम पर सरकार द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशी वसूलने का आरोप निजी जांच संस्थानों पर लगाया है। निराला ने बताया कि रांची के निजी जांच संस्थानों द्वारा प्रति जांच ₹700 लिया जा रहा है। यह काम रांची के प्राइवेट लैब धड़ल्ले से कर रहे हैं जबकि झारखंड सरकार ने इस जांच के लिए अधिकतम ₹400 (पीपीई कीट+सभी कर सहित) और मरीज के घर जाकर सैंपल कलेक्शन हेतु अतिरिक्त ₹200 अर्थात कुल ₹600 निर्धारित किया है।
मामला जुड़ा है रांची जिला के हद में राजधानी के बरियातु के डॉ निशांत शरण द्वारा संचालित मैट्रिक्स विरोलॉजी लैव और इसके हिनू स्थित कलेक्शन सेंटर डॉ लाल पैथो लैव से जुड़ा मामला है जहां सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
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