एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची में 23 अप्रैल को आयोजित होनेवाले खतियानी महाजुटान को लेकर 22 अप्रैल को झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक ने स्थल का दौरा किया। दौरे में मोर्चा संयोजक ने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया।
उपरोक्त बातें 22 अप्रैल क्क झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय संयोजक व् पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने कही। उन्होंने कहा कि जमीन खतियान बचाओ महाजुुटान में दस हज़ार से अधिक झारखंडी समाज के रहिवासी अपने हक और अधिकार के लिए उलगुलान की घोषणा करेंगे।
नायक ने बताया की जमीन/ खतियान बचाओ महाजुटान 23 अप्रैल को दोपहर 12:30 बजे झारखंड की राजधानी रांची के जगन्नाथपुर स्थित विधानसभा मैदान में आयोजन किया गया है। उक्त महाजूटान के मुख्य वक्ता के रूप में झारखंड बचाओ मोर्चा के केंद्रीय मुख्य संयोजक एवं विधायक लोबिन हेंब्रम सभा को संबोधित कर सरकार के विरूद्ध दहाड़ने का काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य का गठन हुए 23 वर्ष बीत गए, लेकिन अबतक झारखंड में शहीदों और पुरखों के सपनों का झारखंड नहीं बन पाया है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र द्वारा सरकार के इशारे पर झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासी जनता की भावनाओं को रौंदा जा रहा है। जल, जंगल और जमीन की लूट मची हुई है।
जल, जंगल, जमीन की लूट में सरकार एवं सरकारी तंत्र भी शामिल हो चुका है। इस विषम परिस्थिति में झारखंड के आदिवासी मूलवासीयों के अस्तित्व बचाए रखने का बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जमीन ही नहीं रहेगें, तो झारखंड के आदिवासी एवं मूलवासी कैसे बचें बचेंगे?
नायक ने कहा कि झारखंड में चारों ओर जमीन की लूट मची हुई है, जिससे सरकार और सरकारी तंत्र पर अब झारखंड के आदिवासी मूलवासी जनता का विश्वास उठ गया है। कई संवैधानिक कानून सीएनटी एक्ट/ एसपीटी एक्ट के बावजूद झारखंड में जल, जंगल, जमीन सुरक्षित नहीं है।
इस अवसर पर झारखंड बचाओ मोर्चा के वरिष्ठ नेता रंजीत उरांव, विक्की पाहन, अनील तांबा ने झारखंडी जनता से अपील किया कि वें 23 अप्रैल को जमीन खतियान बचाओ जुटान में लाखों लाख की संख्या में उपस्थित होकर जमीन खतियान बचाओ महाजुटान उलगुलान को सफल बनाएं।
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