धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। विष्णुगढ़ प्रखंड सह अंचल कार्यालय सभागार में 12 दिसंबर को जिला विधिक सेवा प्राधिकार हजारीबाग द्वारा चलंत लोक अदालत सह निःशुल्क कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर की शुरुआत अंचल अधिकारी रामबालक कुमार ने की। उन्होंने कहा कि डालसा द्वारा दिए जा रहे हैं निःशुल्क विधिक सहायता न्याय की उम्मीद खो देने वाले लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण है। उन्होंने कहा कि कमजोर और असहाय के लिए डालसा न्याय पाने का प्लेटफार्म है। कहा कि कानूनी सहायता और जागरूकता से ग्रामीण स्तर के रहिवासी जागरूक हो सकेंगे व अधिकार पा सकेंगे।
हजारीबाग जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल लॉयर रीना बर्मा ने रहिव्वसियों को बताया कि डालसा द्वारा हर सुलहनीय मामले को आपसी सुलह समझौते के माध्यम से कम खर्च में निपटाया जाता है।
कहा कि अधिकार से वंचित वैसे लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार कानूनी सहायता उपलब्ध करवाती है जो महिला हो, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व बच्चे तथा मानसिक रूप से कमजोर और जिनकी वार्षिक आय तीन लाख से कम हो।
पैनल लॉयर श्वेता रानी ने कहा कि घरेलू हिंसा के शिकार हुई महिलाओ को निः शुल्क अधिवक्ता मुहैया करवाया जाता है। नेहा अंजू ने बताया कि कमजोर लोगों के मुकदमे का सारा खर्च डालसा वहन करती है। कुछ लोग पैसे के अभाव में चुप बैठककर जुल्म सहते रहते है। साथ हीं जानकारी नहीं होती कि कहां जाय जहां मुझे न्याय मिल सके।
वैसे लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से कानून आपके द्वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है। ओसिता कृति ने कहा कि सरल और सुगम और निः शुल्क क़ानूनी सहायता पाने के लिए विधिक सेवा अधिनियम के तहत निर्धारित शर्तो वाले लोगों के लिए न्याय का द्वार हमेशा खुला है। आप आएं।
श्वेता रानी ने भी संबोधित करते हुए कहा कि मात्र एक सादा कागज में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के नाम से अपनी समस्याओं को लिखकर आवेदन देने मात्र से ही डालसा द्वारा निःशुल्क कानूनी सहायता लिया जा सकता है।
कार्यक्रम में सिओ रामबालक कुमार, मुखिया डूमरचंद महतो, अधिवक्ता सह पत्रकार शैलेंद्र पाठक, पीएलवी मंजीत कुमार, तोहिद अंसारी के अलावे बड़ी संख्या में रहिवासी उपस्थित थे।
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