एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। केन्द्रीय मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, रसायन और उर्वरक मंत्रालय मनसुख मांडविया द्वारा 24 अगस्त को देवघर एम्स के ओपीडी (OPD) सेवा एवं रैन बसेरा भवन का वर्चुअल उद्घाटन किया गया। यह बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर में देश का 13 वां एम्स स्वस्थ झारखंड की परिकल्पना को साकार करेग।
इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण का माध्यम एम्स देवघर बनेगा। उन्होंने एम्स की टीम से कहा कि वह सेवा भाव से काम कर जनता की अपेक्षा पर खड़ा उतरें, ताकि झारखंड (Jharkhand) के साथ-साथ आसपास के राज्यों के नागरिकों को भी अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करायी जा सके।
उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को बिरसा की धरती पर सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधा एम्स से मिलेगा। अब यहां के लोगों को बाहर नहीं जाना होगा। उद्घाटन के पश्चात आयुष भवन में ही ओपीडी सेवा शुरू होगी।
पूर्वी भारत का यह पहला एम्स है जहां रैन बसेरा बनाया गया है। इसमें मरीज के स्वजन के विश्राम की व्यवस्था होगी। अभी रैन बसेरा का उपयोग पठन-पाठन के लिए होगा। ओपीडी भवन बन जाने के बाद रैन बसेरा अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा।
उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री अल्पसंख्यक, कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग झारखंड सरकार हफीजूल हसन अंसारी ने संबोधित करते हुए कहा कि बाबा बैद्यनाथ की नगरी व बिरसा मुण्डा की धरती पर एम्स की शुरूआत की गयी है।
स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के उदेश्य से झारखंड सरकार लगातार कार्य कर रही है। ऐसे में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार एम्स निर्माण कार्य के लिए पूर्णरूप से प्रतिबद्ध है। एम्स के शुभारंभ के साथ पूरे झारखंड व आस-पास के राज्यों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जायेगी।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में हीं स्वस्थ्य आत्मा का निवास होता है। ऐसे में जरूरत मंद लोगों के न केवल स्वास्थ्य का ख्याल रखा जायेगा। साथ हीं रोजगार श्रृजन के लिए भी बेहतर अवसर उपलब्ध है। हम सबों को ज्ञात हो कि एम्स भारत का सबसे बेहतरीन चिकित्सा संस्थान है।
करोड़ो भारतीयों एवं विदेश के लोगों को जीवनदान देने में अग्रणी है। झारखंड जैसे संसाधन सम्पन्न परंतु गरीब राज्य में एम्स की स्थापना कर उसे चालू करने के लिए भारत सरकार साधुवाद का पात्र है।
मंत्री ने कहा कि इस दिशा में राज्य ने एम्स के लिए 237 एकड़ जमीन उपलब्ध कराकर केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के संबंध को मजबूत किया है। राज्य सरकार का जमीन, पानी, बिजली, रोड एवं आवश्यक सभी तरह की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर कृत संकल्पित है।
आज के बाद एम्स देवघर के ओपीडी में 11 विभाग चालू किये गये हैं। जिसमें मेडिसीन, सर्जरी, आंख, कान, नाक, गला रोग, मनोचिकित्सा, दांत रोग जैसी महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं। इसके साथ हीं उन्होंने सुझाव दिया कि तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग की नियुक्तियों में 75 प्रतिशत यहां के स्थानीय व्यक्ति को लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाय।
साथ हीं जिस परिवार का जमीन अधिग्रहण हुआ है उस परिवार को प्राथमिकता के आधार पर नियुक्ति दी जाय। उन्होंने राज्यवासियों को मुख्यमंत्री सोरेन की ओर से एम्स समर्पित करते हुए सभी नागरिकों के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की।
राज्य के स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परविार कल्याण विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा वर्चुअल रूप से सभी को संबोधित करते हुए कहा कि एम्स की सौगात पूरे झारखंड वासियों के लिए हर्ष की बात है। उन्होंने कहा कि समृद्ध व स्वस्थ्य झारखंड की परिकल्पना को साकार करने के उदेश्य से इस दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है।
एम्स ओपीडी व रैन बसेरा की सुविधा से झारखंड के नागरिकों के साथ-साथ हमारे पड़ोसी राज्य के लोगों को भी इसकी सुविधा मिलेगी। वहीं एम्स की ओपीडी में जेनरल मेडिसिन, जेनरल सर्जरी, गायनेकोलॉजी एंड, ऑब्सटेट्रिक्स पीडियाट्रिक्स, ईएनटी, ऑप्थल्मोलॉजी, डेंटल, ओर्थोपेडिक, डर्मेटोलॉजी, साइकिएट्री, पल्मोनोलॉजी, सर्जिकल, ऑन्कोलोजी के डॉक्टर ओपीडी में परामर्श देंगे।
ओपीडी में कुल 12 मेडिकल डिपार्टमेंट अलग-अलग बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के संभावित तीसरी लहर के रोकथाम व बचाव में देवघर एम्स काफी कारगार और महत्वपूर्ण होगा।
वर्तमान में देवघर में एम्स बन जाने से यहां के आसपास के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि अब तक गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए झारखंड व इसके आसपास के लोगों को बाहर जाना पड़ता था। देवघर में एम्स बनने से लोगों को यहां अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि एम्स निर्माण कार्य में हर सहयोग करते हुए इसे जल्द पूरा किया जा सके। साथ हीं भारत सरकार एम्स देवघर की टीम व जिला प्रशासन देवघर को उन्होंने साधुवाद देते हुए कहा कि इस कार्य में सभी ने बखूबी राज्य सरकार का सहयोग किया।
ज्ञात हो कि मरीजों को भारत सरकार द्वारा अमृत फार्मेसी के माध्यम से रियायत दर पर दवाइयां भी ओपीडी परिसर में मिलेंगी। अमृत फार्मेसी के साथ एम्स प्रबंधन का एमओयू भी कर लिया गया है। अमृत फार्मेसी के स्टोर सेंटर का स्थल चयन कर तैयारी पूरी कर ली गयी है।
ओपीडी में कुल 40 कमरे हैं। मरीजों के बैठने के लिए वेटिंग हॉल में शौचालय व सेंट्रलाइज्ड एसी लगे हैं। वेटिंग हॉल में एक साथ 80 रोगियों के बैठने की क्षमता है। परिसर में मरीज के परिजनों के भी बैठने की सुविधा के अलावा पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
वर्तमान में कोविड के कारण अभी प्रतिदिन केवल 200 मरीजों का निबंधन होगा। निबंधन का समय सुबह 8:30 से 10:30 केवल दो घंटा का होगा। निबंधन शुल्क 30 रुपया है। जिसमें मरीज एक साल तक परामर्श ले सकते हैं। निबंधित सभी दो सौ मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा। मरीजों के लिए जांच की सुविधा और सस्ते दर पर अमृत फार्मेसी से दवा भी मिलने लगेगी।
उद्घाटन के अवसर पर डॉ भारती प्रवीण पवार, केन्द्रीय राज्य मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार, मंत्री अल्पसंख्यक, कल्याण, पर्यटन, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य, निबंधन विभाग झारखंड सरकार हफीजूल हसन अंसारी, मंत्री स्वास्थ्य, चिकित्सा, शिक्षा एवं परविार कल्याण विभाग झारखंड सरकार बन्ना गुप्ता, आदि।
गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे, धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, विधायक नारायण दास, उपायुक्त देवघर मंजूनाथ भजंत्री, पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार सिंह, अध्यक्ष एम्स देवघर डॉ एन के अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक व सीईओ एम्स देवघर डॉ सौरभ वार्ष्णेय के साथ-साथ संबंधित विभाग के वरीय अधिकारी, एम्स के चिकित्सक, छात्र व जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
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