प्रहरी संवाददाता/विष्णुगढ़( हजारीबाग)। रोजीरोटी कमाने के लिए झारखंड के बाहर जानेवाले युवकों की मौत का सिलसिला लगातार जारी हैं। इसी क्रम में विष्णुगढ़ प्रखंड के हद में बंदखारो निवासी कोलेश्वर महतो के 40 वर्षीय पुत्र दुलारचंद महतो की 15 अक्टूबर कक मलेशिया के अस्पताल में मौत हो गयी।
जानकारी के अनुसार दुलारचंद महतो बीते एक अक्टूबर को मलेशिया गया था। जहां ब्रेन हेंब्रेज होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ 15 अक्टूबर को इलाज के क्रम में हीं उसकी मौत हो गयी। मौत की सूचना पाकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताया जाता है कि दुलारचंद महतो एलएनटी कंपनी में काम करता था। वह अपने पीछे पत्नी यशोदा देवी, पुत्री सीता कुमारी(22 वर्ष), कंचन कुमारी (19 वर्ष) व पुत्र सुंदर कुमार (12 वर्ष) को छोड़ गया। इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हितार्थ कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह पहली घटना नहीं है।
इससे पहले भी देश के अन्य राज्यों सहित विदेशों में झारखंड के कई प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मजदूर हित में कुछ पहल नहीं कर पा रही है, जिससे झारखंड से मजदूरों का पलायन तेजी से हो रहा है। वहीं परिजनो ने सरकार से दुलारचंद का शव उचित मुआवज़े के साथ वतन लाने की गुहार लगाई है।
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