ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बेरमो को जिला बनाने की प्रक्रिया में लोग लगातार आगे आ रहे हैं और जिला बनाने के लिए एक मत हो रहे हैं। अगर जल्द ही बेरमो को जिला घोषित नहीं किया गया तो लोग चरणबद्ध आंदोलन करने को तैयार है। उक्त बातों की जानकारी 2 अप्रैल को तेनुघाट अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष कामेश्वर मिश्रा ने दी।
बताते चलें कि 2 अप्रैल को गोमियां के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद (MLA Yogendra Prasad) तेनुघाट अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मिश्रा के चेंबर में पहुंच कर जिला बनाने को लेकर सारी प्रक्रिया से अवगत कराया। पूर्व विधायक प्रसाद ने बताया कि इससे पूर्व उन्होंने वर्ष 2015 और 2016 में बेरमो अनुमंडल को जिला बनाने की बात विधान सभा में पेश कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि बेरमो अनुमंडल की स्थापना 1972 में हुआ है। जिसका मुख्यालय 1975 में तेनुघाट हस्तांतरित किया गया। यह अविभाजित बिहार का सबसे पुराना अनुमंडल है। जो जिला (District) बनने की सभी आहर्ता पूरी करता है। उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के बाद जितने भी जिले बने हैं वे सभी बेरमो अनुमंडल के आहर्ता से कम है।
वरीय अधिवक्ता राम विश्वास महथा ने बताया कि इससे पहले भी कई बार बेरमो को जिला बनाने को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। मगर इस बार फिर एक बार बेरमो वासी जिला बनाने की मांग उठा रहे हैं। उम्मीद है कि इस बार बेरमो जिला बनाने के बाद ही लोग शांत होंगे।
संघ के उपाध्यक्ष अजीत कुमार लाल ने कहा कि बेरमो को जिला बनाने को लेकर प्रस्ताव अतिशीघ्र अनुमंडल पदाधिकारी को मांगपत्र सौप कर उसे बोकारो उपायुक्त के पास भेजवाया जाएगा। जिससे बेरमो जिला बनाने की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
महासचिव वकील प्रसाद महतो ने बताया कि बेरमो जिला (Bermo District) बनाने को लेकर हम सब बेरमो वासी दृढ़ संकल्प हैं। इसे जिला बनाने के बाद ही लोग शांत होंगे।
वहीं जगदीश मिस्त्री, बद्री नारायण पोद्दार, बासु कुमार दे, सुभाष कटरियार, बीरेंद्र प्रसाद, रमेंद्र कुमार सिन्हा आदि ने भी बेरमो को जिला बनाने को लेकर अपने अपने विचार व्यक्त किए। मौके पर अरूण कुमार महतो, मुकेश कुमार महतो, मिक्की विश्वनाथन, मुकेश कुमार, संजय कश्यप आदि मौजूद थे।
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