प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला (West Singhbhum district) के हद में सारंडा स्थित गांगदा पंचायत के घाटकुड़ी गांव में मानकी, मुंडा व ग्रामीणों की विशेष बैठक 8 जुलाई को आयोजित किया गया। अध्यक्षता गांगदा पंचायत के मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल ने की।
आयोजित बैठक में सेल की किरीबुरु, मेघाहातुबुरु, गुवा और चिड़िया खदान में भविष्य में होने वाली चतुर्थ श्रेणी की नियुक्ति को लेकर चर्चा की गई। बैठक में मुखिया, मानकी, मुंडा व ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि उक्त खदानों में होने वाली चतुर्थ श्रेणी की नियुक्ति प्रक्रिया राष्ट्रीय स्तर पर एवं ऑनलाईन नहीं होनी चाहिए।
यह बहाली ऑफलाईन (Offline) होनी चाहिए। बैठक में कहा गया कि पूरी प्रक्रिया स्थानीय नियोजन कार्यालय के माध्यम से सारंडा के बेरोजगारों की सूची मंगाकर खदान क्षेत्रों में ही आयोजित किया जाना चाहिए।
उक्त बहाली में खदान से प्रभावित सारंडा के गांवों के 75 फीसदी बेरोजगारों की सीट आरक्षित होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो सभी ग्रामीण संगठित होकर सेल की उक्त खादान प्रबंधन के खिलाफ आर-पार की लडा़ई लडे़ंगे।
बैठक में सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम, दुबिल पीढ़ के मानकी धनु चाम्पिया, गांगदा के मुंडा बिरसा सुरीन, घाटकुडी़ के मुंडा बिरसा चाम्पिया, राजाबेडा़ मुंडा जामदेव चाम्पिया, रोवाम मुंडा बुधराम सिद्धू, दुईया मुंडा जानुम सिंह, सलाई मुंडा दुखिया सोरेन, आदि।
दोदारी मुंडा मनबोध चाम्पिया, कुम्बिया मुंडा सोमा चाम्पिया, लेम्ब्रे मुंडा लेबेया देवगम, बडा़ जामकुंडिया मुंडा कुशु देवगम, मम्मार मुंडा धरम गागराई, पंसस रामेश्वर चाम्पिया, मंगल कुम्हार, वीर सिंह हांसदा, मंगल कुम्हार, रामो सिद्धू, राजू ठाकुर, मोहन लाल चौबे आदि शामिल थे।
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