विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। देवीपुर स्थित खेला चंडी मंदिर परिसर में मकर संक्रांति मेला को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण रहिवासी शामिल हुए। मेला तीन दिनों तक लगेगी। इसके लिए बैठक में विचार विमर्श किया गया।
गोमियां प्रखंड के हद में देवीपुर स्थित मां खेला चंडी मंदिर प्रांगण में 27 दिसंबर को एक बैठक की गई। इस बैठक में मुख्य रूप से माँ खेला चंडी मेला के संस्थापक देव नारायण प्रजापति, होसिर पूर्वी मुखिया सावित्री देवी सहित दर्जनों गणमान्य मौजूद थे।
बैठक में आगामी 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर लगने वाले खेला चंडी मेला के संबंध में देवनारायण प्रजापति ने बताया कि सैकड़ों वर्षों से यहां मेला लगता रहा है। वर्ष 2008 में दर्जनों गांव के रहिवासियों के साथ विचार विमर्श कर इस मेला को तीन दिवसीय रूप में आयोजित किया जाने लगा।
उन्होंने बताया कि मेला का शुरुआती डाक सात हजार रूपये था, किंतु इसके बाद वर्ष 2013-14 में कुछ बाहर के लोग आकर इस डाक को पांच लाख चौवन हजार रूपये कर दिए। डाक बढ़ जाने के कारण आने वाले दुकानदार यहां पर अपनी चीजों को दुगने दामों पर बेचते हैं।
यह क्षेत्र ग्रामीण बहुल क्षेत्र है। इसका सारा बोझ मेला में आने वाले ग्रामीणों के ऊपर पड़ता है। डाक बढ़ाकर मेला के स्वरूप को ही खराब करने का काम किया जा रहा है। बैठक में उपस्थित जनों ने अपना विचार दिया की मेला पूर्व की भांति तीन दिन तक ही रखा जाए और यह मेला सेवा भाव से लगाने का काम किया जाए। कहा गया कि सरकार के तरफ से कोविड गाइडलाइन को पूरा करते हुए मेला लगाया जाएगा।
बैठक में मुख्य रूप से समाज सेवी महावीर रविदास, लव ठाकुर, नारायण रविदास, राज कुमार रविदास, राजेश साव, कमलेश प्रजापति, तारमेशवर प्रजापति, योगेंद्र प्रजापति, पंसस महेश रविदास, दरबारी मांझी, राजेश यादव, शिवशंकर जयसवाल सहित दर्जनों गणमान्य मौजूद थे।
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