एस. पी. सक्सेना/बोकारो। चार श्रम कानून वापस लेने की मांग को लेकर आगामी 20 मई को आहूत देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के मद्देनज़र संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के सदस्यों की बैठक 4 मई को बोकारो जिला के हद में कथारा स्थित अतिथिगृह में आयोजित किया गया। अध्यक्षता कॉ प्रदीप विश्वास जबकि संचालन बालेश्वर गोप द्वारा किया गया।
बैठक में एनसीओईए के केंद्रीय उपाध्यक्ष कॉ रामचंद्र ठाकुर और राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के क्षेत्रीय सचिव बरुण सिंह भी शामिल रहे। यहां सर्वसम्मति से तय हुआ कि आगामी 20 मई को आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल को मिलकर सफल बनाने का काम करना है। वही 6 मई को विशाल जुलूस के माध्यम से महाप्रबंधक कार्यालय कथारा में प्रदर्शन कर हड़ताल का नोटिस क्षेत्रीय प्रबंधन सौपने का कार्य करना है। वही 8 मई से प्रत्येक परियोजना स्तर पर पीट मीटिंग, आगामी 15 से 17 मई तक प्रचार गाड़ी से प्रत्येक परियोजना में हड़ताल को सफल बनाने के लिए आह्वान और 18 मई को मशाल जुलूस निकालने का कार्य किया जाएगा।
बैठक में कॉ ठाकुर ने चार प्रमुख श्रम क़ानून के बाद के हालात और हड़ताल की जरूरत को विशेष रूप से रखने का कार्य किया। वही राकोमसं के क्षेत्रीय सचिव वरुण कुमार सिंह ने कहा कि जिस प्रकार श्रमिकों के मूलभूत अधिकारों को दरकिनार किया जा रहा है, भविष्य में और भयावह स्थिति होने वाली है। इसलिए मिलकर संघर्ष करना होगा।
राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन के क्षेत्रीय सचिव विजय कुमार सिंह ने कहा कि एक दौर था, ज़ब हड़ताल शत प्रतिशत सफल हुआ करते थे। श्रमिकों के तनख्वाह कम थे, लेकिन जज्बा मजबूत था। आज परिस्थिति बदली है तो नतीजा भी बदला है। पहले माता अथवा पिता की नौकरी सहजता से सेवानिवृत होने से पूर्व उनके आश्रित को मिल जाती थी। फिर बीमार होने पर नौकरी मिलने लगी, अब कार्य के दौरान देहांत होने पर अति परेशानी के बाद नौकरी मिलती है। श्रमिक भाई अब भी नही सजग हुए तब कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
बैठक में उपस्थित वक्ताओ ने हड़ताल की जरूरत और इसकी सफलता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा मथुरा सिंह यादव, इक़बाल अहमद, निज़ाम अंसारी, कमलेश कुमार गुप्ता, बालगोविंद मंडल, राजकुमार मल्लाह, मो. क्यामुद्दीन, गौतम राम पासवान, राजदेव चौहान, हरिशंकर आदि ट्रेड यूनियन नेतागण मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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