भिवंडी सीजीएसटी के अधिकारियों ने की 17 वीं गिरफ्तारी
मुश्ताक खान/मुंबई। सीजीएसटी भिवंडी कमिश्नरी के अधिकारियों ने नकली चालान रैकेट चलने वाला मास्टरमाइंड हंसमुख पटेल को पकड़ा है। जिसमें 132 करोड़ रुपये के चालान जारी करने और 23 करोड़ रुपये के इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) का लाभ उठाने व पास करने से जुड़े हैं।
सीजीएसटी भिवंडी कमिश्नरी के अधिकारियों ने इस मामले में 9 सितंबर को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसे 23 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सीजीएसटी भिवंडी कमिशनरेट की चोरी-रोधी शाखा ने मेसर्स मेकटेक स्टील ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स यूजीएसके ट्रेडर, मेसर्स वर्ल्ड एंटरप्राइजेज, मेसर्स रोलेक्स एंटरप्राइजेज, मेसर्स एचएचटी एंटरप्राइजेज और मेसर्स येश नाम की विभिन्न फर्जी कंपनियों की जांच कर रही थी। ऐसे उद्यम जिनमें इन फर्मों और अभियुक्तों के बीच विभिन्न प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबंध स्थापित किए गए थे।
गौरतलब है कि खुफिया जानकारी के आधार पर, सीजीएसटी भिवंडी कमिश्नरी की एंटी-चोरी विंग ने आरोपी के आवासीय परिसरों में तलाशी अभियान चलाया, जो जीएसटी धोखाधड़ी में उसकी कथित भूमिका के लिए चल रहे 8 जांच मामलों में वांछित था।
एक जांच से पता चला कि आरोपियों ने कथित तौर पर इन फर्जी फर्मों का एक वेब बनाया, जिसके माध्यम से उन्होंने 132 करोड़ रुपये के नकली चालान बनाए और बिना किसी सामान और सेवाओं की आपूर्ति किए 23.16 करोड़ रुपये के नकली आईटीसी (ITC) का लाभ उठाया।
इसके अलावा आरोपी ने कबूल किया कि उसने 36 फर्जी जीएसटी फर्में बनाई हैं और नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करने के लिए एक नेटवर्क स्थापित किया है जो विभिन्न जीएसटी आयुक्तालय में फैला हुआ है।
जांच के दौरान एकत्रित भौतिक साक्ष्य के आधार पर, उक्त आरोपी मास्टरमाइंड को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 132 के उल्लंघन के लिए सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 के तहत 9 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था।
यह टैक्स धोखाधड़ी करने वालों और नकली आईटीसी नेटवर्क के खिलाफ सीजीएसटी मुंबई जोन द्वारा शुरू किए गए विशेष अभियान का एक हिस्सा है। पिछले एक साल में सीजीएसटी (CGST) भिवंडी कमिश्नरी द्वारा यह 17वीं गिरफ्तारी है।
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