इनौस कार्यकर्ताओं ने रोजगार को लेकर संघर्ष तेज करने का संकल्प लिया
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। जेएनयू (JNU) के पूर्व छात्र नेता शहीद चंद्रशेखर के शहादत दिवस को इनौस कार्यकर्ताओं ने रोजगार अधिकार दिवस के रूप में मनाया।
इसे लेकर समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर नगर परिषद क्षेत्र के हास्पिटल चौक पर 31 मार्च को शहीद चंद्रशेखर को दो मिनट का मौन श्रद्धांजलि देने के बाद उनके तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। मौके पर “नफरत- उन्माद नहीं अधिकार चाहिए, सम्मानजनक रोजगार चाहिए”. ” रोजगार के अवसरों को खत्म करना बंद करो।
खाली पदों पर अविलंब बहाली करो”. “रेलवे, बैंक समेत तमाम सरकारी कंपनियों को बेचने का फैसला वापस लो” आदि नारे लगाये गये। तत्पश्चात संकल्प सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इनौस के ताजपुर प्रखंड उपाध्यक्ष मो. एजाज़ ने किया।
सभा को मो. सज्जाद, मो. शकील, रौकी खान, मो. सदीक, मनोज साह, अरशद कमाल बबलू, मुजफ्फर ईमाम, प्रमोद कुमार झा, जीतेंद्र कुमार झा, मो. मासुम, अबदुस सादीक, रामवरण सहनी, चांद बाबू, मो. हुसैन, मो. इर्शाद, अर्जुन कुमार, कृष्ण कुमार, राम कुमार, मो. एकरामुल खान, मुकेश कुमार, मो. आले, प्रभात रंजन गुप्ता, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, माले प्रखंड सचिव कॉमरेड सुरेंद्र प्रसाद सिंह आदि ने संबोधित किया।
सभा को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए इनौस जिला सचिव आसिफ होदा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार दो करोड़ नौजवानों को प्रति वर्ष नौकरी तो बिहार के राजग की नीतीश सरकार ने 19 लाख नौकरी देने का वादा किया था। राजग गठबंधन चुनाव जीत गई, लेकिन मोदी-नीतीश सरकार अब नौकरी देने से पिछे भाग रही है। देश एवं राज्य में बड़े दायरे का रोजगार आंदोलन चल रहा है।
सरकार (Government) नौकरी देकर वादा निभाये, इसी के तहत शहीद चंद्रशेखर के शहादत दिवस को छात्र- नौजवानों ने देशव्यापी रोजगार अधिकार दिवस के रूप में मनाकर रोजगार आंदोलन को तेज करने का शंखनाद करते हुए कहा है कि रोजगार देने से भागती सरकार को छात्र- नौजवान चैन से नहीं रहने देगी। उन्होंने कहा कि आंदोलन के माध्यम से सरकार का पोल खोलकर आगामी चुनाव में सत्ता से उखाड़ फेकेंगी।
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