गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। स्वतंत्रता आंदोलन में अगुआ रहे स्वतंत्रता सेनानी वैकुंठ शुक्ल की जन्मभूमि पर 14 मई को उनकी पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य जनों ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनकी शहादत को याद किया।
स्वतन्त्रता आंदोलन में देश के लिये शहीद प्रथम बिहारी बाबू बैकुण्ठ शुक्ल का 89वां शहादत दिवस शहीद बैकुण्ठ शुक्ल ओर क्रांतिकारी शेरे बिहार योगेन्द्र शुक्ल की जन्मस्थली वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर से 20 किमी दूर लालगंज प्रखंड के जलालपुर ग्राम में बैकुण्ठ शुक्ल स्मृति मंच द्वारा समारोह का आयोजन किया गया।
समारोह में बिहार विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर, भाजपा सांसद विवेक ठाकुर, बिहार के पूर्व मंत्री बीणा शाही, राजद के चितरंजन गगन, बिहार विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार विवेकानंद शुक्ल, वैशाली जिला सहकारिता बैंक के अध्यक्ष मिश्रा, लालगंज के पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह, लालगंज प्रखंड प्रमुख सुधा राय इत्यादि विशिष्ठ अतिथि गण शामिल हुए।
इस अवसर पर सभी आगत अतिथियों द्वारा शहीद बैकुण्ठ शुक्ल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि के साथ ही बाबू योगेंद्र शुक्ल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया। मंच के सदस्यों ने आगत अतिथियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
समारोह को संबोधित करते हुए देवेशचंद्र ठाकुर ने बिहार में समाज को जातियों में बंटे होने पर दुःख प्रगट करते हुये कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले क्रांतिकारी औऱ सेनानियों ने पूरे देश के लिये लड़ाई लड़ी, लेकिन दुर्भाग्य है कि इन स्वतंत्रता सेनानियों को जात में बांट दिया गया है।
ठाकुर ने यह भी बताया कि पुराने मुजफ्फरपुर जिले के जितने भी क्रांतिकारी और सेनानी है उनके सम्मान में उनकी प्रतिमा स्थापित करने का वे 20 वर्षो से कार्य कर रहे हैं। जनता की मांग पर गया केंद्रीय कारागार का नाम शहीद वैकुंठ शुक्ल के नाम पर किये जाने के लिये सरकारी स्तर पर कार्यवाही किये जाने की बात बताई।
समारोह को संबोधित करते हुए
सांसद विवेक ठाकुर ने कहा म भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों के इतिहास लेखन में भेद भाव किया गया है। बैकुण्ठ शुक्ल जैसे क्रांतिकारियों की जीवनी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई जानी चाहिए। ठाकुर ने एनसीइआरटी के सिलेवश में इन क्रांतिकारियों की जीवनी अगले वर्ष से शामिल होने की जानकारी दी।
ठाकुर ने उपस्थित गणमान्य जनों से कहा कि जितनी जल्द बैकुण्ठ शुक्ल स्मृति भवन के लिये जमीन उपलब्ध होगी, तुरन्त ही भवन निर्माण का कार्य शुरू हो जायेगा। समारोह में पूर्व मंत्री बीणा शाही के साथ ही अन्य वक्ताओं ने भी शहीद के सम्मान में अपने अपने उद्गार व्यक्त किये।
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