युवाओं के प्रेरणास्रोत है उमाकांत बाबू-ललितेश्वर
के.के.सिंह/सीवान (बिहार)। सीवान जिला (Sivan district) के हद में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद (Doctor Rajendra prasad) की जन्मभूमि जीरादेई प्रखंड क्षेत्र के नरेंद्रपुर गांव में 11 अगस्त को कार्यक्रम आयोजित कर शहीद उमाकांत सिंह को याद किया गया। इस अवसर पर शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि कर श्रद्धासुमन अर्पित की गई।
इस अवसर पर राष्ट्रगान के साथ दो मिनट का मौन रखा गया तथा कोरोना महामारी से निपटने के लिए जनजागरण का संकल्प लिया गया। मौके पर राष्ट्र सृजन अभियान के राष्ट्रीय सचिव ललितेश्वर कुमार ने कहा कि शहीद उमाकांत बाबू युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है, जो अपना सर्वस्व बलिदान देकर मातृभूमि की रक्षा की है।
जे पी आंदोलन के नेता महात्मा भाई ने सरकार और जिला प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि शहीद उमाकांत सिंह के शहादत समारोह में ना तो जिला व स्थानीय प्रशासन की ओर से हीं कोई पदाधिकारी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आता है और ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि। उन्होंने सरकार से नरेन्द्रपुर, जीरादेई मौलाना मज्जहरुल हक के कर्मस्थली फरीदपुर होते हुए पटना तक शहीद सर्किट बनाने की मांग की।
शहीद उमाकांत सिंह के पौत्र (पोता) समाजसेवी राहुल कीर्ति सिंह ने कहा कि बाबा जी ने मात्र 19 वर्ष में ही देश की आजादी के लिए बलिदान दिए, जो हम सबके लिए गर्व व गौरव की बात है। यहां शहीद उमाकांत सिंह उच्च विद्यालय नरेन्द्रपुर के शिक्षक व छात्रों ने राष्ट्रगान प्रस्तुत कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस दौरान समाजसेवी सुनील कुमार सिंह, जदयू नेता सह सांसद प्रतिनिधि लालबाबू प्रसाद, पूर्व मुखिया संजीव कुमार उर्फ मुन्ना सिंह, प्रधनाचार्य धनन्जय श्रीवास्तव, प्राचार्य कृष्ण कुमार सिंह, ई अंकित मिश्र, आचार्य प्रदीप ओझा, अशोक सिंह, राममनोहर सिंह, अभिनव कुमार राय, कमलेश मिश्रा आदि उपस्थित थे।
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