भाजपा शासन में देश के महिलाएं व् लड़कियां असुरक्षित, इस्तीफा दें पीएम व् सीएम-माले
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने तथा सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ आइसा, आरवाईए, ऐपवा, भाकपा-माले के संयुक्त बैनर तले 21 जुलाई को समस्तीपुर के माल गोदाम चौक से प्रतिरोध मार्च निकाला गया।
प्रतिरोध मार्च में शामिल कार्यकर्ता मणिपुर में हिंसा रोकने में विफल मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, प्रधानमंत्री ईस्तीफा दो, पीड़ित महिलाओं को न्याय दो, मणिपुर हिंसा समाप्त करो- शांति, सद्भाव स्थापित करो, सामूहिक बालात्कारियों को संरक्षण देना बंद करो आदि आक्रोशपूर्ण नारे लगाते हुए मार्च बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि मणिपुर राज्य में पिछले 4 मई को 3 कुकी समुदाय की महिलाओं को नग्न कर पूरे क्षेत्र में घुमाने और फिर सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस घटना के ज़िम्मेदार अपराधियों को गिरफ्तार करने, महिला हिंसा की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की।
प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व भाकपा माले समस्तीपुर ज़िला सचिव उमेश कुमार, जिला स्थायी समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, अमित कुमार, ललन कुमार, जीबछ पासवान, डॉ ख़ुर्शीद ख़ैर, उपेंद्र राय, ऐपवा के बंदना सिंह, मनीषा कुमारी, प्रमीला राय, आरती देवी, आरवाईए ज़िला सचिव रौशन यादव, जयंत कुमार, आइसा के जिलाध्यक्ष लोकेश कुमार, अनिल चौधरी, राज कुमार चौधरी, डॉ अरुण कुमार, फूल देव सदा, कुंदन राय, नवीन कुमार, अभिजीत कुमार, अमरजीत कुमार, तनंजय प्रकाश, दीपक यदुवंशी, रविरंजन सिंह आदि कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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