एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। बीते 14 अक्टूबर की संध्या समस्तीपुर जिला (Samastipur District) के हद में ताजपुर प्रखंड के गुनाईबसही में घटी चर्चित संगम हत्याकांड की जांच को लेकर भाकपा माले (Bhakpa Male) की 9 सदस्यीय जांच टीम 20 अक्टूबर को गुनाईबसही पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मिला।
टीम द्वारा पूछताछ के क्रम में परिजन काफी डरे- सहमे नजर आए और खुलकर बोलने से परहेज करते दिखे। वहीं संगम की मां बिलख-बिलख कर रो रही थी और दबी जुवान से कम शब्दों में बहुत कुछ कह दी।
भाकपा माले टीम ने उन्हें इंसाफ दिलाने का आश्वासन देकर वहां से घटनास्थल का दौरा किया जहां माले टीम ने पाया कि अभी भी घटना स्थल पर खून के निशान मौजूद है।
स्थानीय रहिवासियों ने बच्ची को दिया गया खिलौना यही पर पड़े होने की बात भी बताई ।
जांच टीम ने शंका व्यक्त किया कि दीवार पर दिख रहा अंगुली का निशान हत्यारा का हो सकता है। इसके बावजूद हत्यारा अभी तक पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, जबकि अंगुली के निशान के आधार पर वैज्ञानिक जांच पड़ताल किया जाए तो हत्यारा जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है।
माले टीम में मौजूद प्रभात रंजन गुप्ता, सुनील कुमार, आसिफ होदा, नौशाद तौहिदी, एजाज खान, ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, जितेंद्र साहनी, अवनीश कुमार मौजूद थे।
नेताओं ने घटनास्थल एवं परिजनों से मिलने के बाद हुई संपूर्ण जानकारी को भाकपा-माले जिला कमिटी को सौंप दिया। उसके बाद संयुक्त रूप से जांच टीम ने बयान जारी कर कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता चिंताजनक है।
बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि ऐसे जघन्य अपराध के बाद अपराधी अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, जो कई शंकाएं उत्पन्न करती हैं। अगर प्रशासन इस जघन्य हत्याकांड का उद्भेदन कर हत्यारे को जल्द गिरफ्तार नहीं करती है तो भाकपा माले आंदोलन करने को विवश होगी।
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