एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। नक्सलबाड़ी किसान आंदोलन के महान शिल्पी एवं भाकपा माले के संस्थापक महासचिव कॉमरेड चारू मजूमदार का 50वीं शहादत दिवस 28 जुलाई को भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने समस्तीपुर जिला (Samastipur District) के हद में ताजपुर प्रखंड के फतेहपुर मुशहरी में जोश-खरोश के साथ मनाया।
इस अवसर पर दो मिनट का मौन धारण कर कॉ चारू मजूमदार को याद किया गया। लाल सलाम के नारों के बीच उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात केंद्रीय कमिटी द्वारा जारी संकल्प-पत्र का सार्वजनिक पाठ किया गया।
मौके पर अपने अध्यक्षीय संबोधन में भाकपा माले ताजपुर प्रखंड कमिटी सदस्य कॉ सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आज कॉ चारु दा के शहादत दिवस के पचासवें वर्ष में हम स्वयं को एक असाधारण परिस्थिति के बीच देख रहे हैं।
न केवल जनता का जीवन, जीवनयापन के साधन, स्वतंत्रता पर गंभीर संकट मंडरा रहा है, बल्कि गणतंत्र को धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र की संवैधानिक प्रतिबद्धता से बंचित कर फासीवादी हिंदू राष्ट्र के पिंजरे में कैद किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि क्रांति के सपने को पूरा करने के लिए जिस पार्टी का जन्म हुआ, उसे अब इस अभूतपूर्व विपत्ति का सामना कर रहे गणतंत्र को बचाने व उसका पुनर्निर्माण करने के कार्यभार को नेतृत्व देना होगा। इन चुनौतिपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए हमें पार्टी को सांगठनिक, राजनैतिक एवं वैचारिक तौर पर मजबूत बनाना होगा।
इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए एक अभियान का शुरुआत करें, जिसका समापन अगले साल फरवरी में बिहार की राजधानी पटना में होने वाले महाधिवेशन को हमें समर्पित तन-मन-धन से सफल बनाने का कार्यभार अपने हाथों में लेना होगा।कार्यक्रम के अंत में आगामी 14 अगस्त को प्रखंड सम्मेलन करने की घोषणा की गई।
कार्यक्रम में ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, बासुदेव राय, शंकर सिंह, मलित्तर राम, मनोज कुमार सिंह, शिव कुमारी देवी, सुलेखा कुमारी, रंजीत सिंह, अनील कुमार सिंह, गीता देवी, उषा देवी, पिंकी देवी, रीना देवी, सुनैना देवी, विजय कुमार सिंह, नरेश कुमार ठाकुर, शंकर सिंह, चंद्रशेखर कुमार, किरण देवी, सोना देवी समेत दर्जनों महिला- पुरूष माले कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
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