एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। किसान विरोधी (Anti farmer) तीनों कृषि कानून वापस लेने, बिजली विधेयक 2020 वापस लेने, एमएसपी से कम कीमत पर फसल खरीद को दंडनीय अपराध घोषित करने, हरेक पंचायत में सरकारी अनाज क्रय केंद्र खोलने, किसानों को नि: शुल्क बिजली, पानी, खाद, बीज, कृषि यंत्र देने, किसानों के त्रृण माफ करने आदि मांगों को लेकर 8 दिसंबर को किसान संगठनों द्वारा घोषित भारत बंद के अवसर पर भाकपा माले द्वारा मोतीपुर खैनी गोदाम से झंडे, बैनर एवं मांगों से संबंधित नारे लिखे कार्डबोर्ड लेकर जुलूस निकाला गया।
भाकपा माले का जुलूस समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर बाजार क्षेत्र के गांधी चौक पर पहुंचकर नेशनल हाईवे-28 जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद माले कार्यकर्ता सड़क पर ही घरना पर बैठ गये। इससे सड़क के दोनों ओर सैकड़ो वाहनों का तांता लग लग गया।
मौके पर भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। सभा को माले नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, बंदना सिंह, आशिफ होदा, नौशाद तौहीदी, राजदेव प्रसाद सिंह, मनोज कुमार, सोनिया देवी, शंकर सिंह, बासुदेव राय, संजय शर्मा, अनिता देवी, सोनिया देवी, मो० जावेद, जीतेंद्र सहनी, मोतीलाल सिंह, जयदेव सिंह, मो गुलाब, मो सदीक, रॉकी खान, रतन सिंह, चांद बाबू, मलित्तर राम, प्रभाष कुमार पंकज, आदि ने संबंधित किया।
बंदी के दौरान माले कार्यकर्ताओं का जुलूस बाजार भ्रमण करते हुए राजधानी चौक पर राजद, भाकपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा आहूत चक्काजाम में शामिल हो गया। बंद के दौरान जगह-जगह पुलिस बल तैनात किये गये थे। कई बार अनियंत्रित हो रही भीड़ को नेताओं द्वारा नियंत्रित करते देखा गया। माले नेता सुरेन्द्र ने बंद को ताजपुर के इतिहास में सबसे बड़ा एवं सफल बताते हुए जाम को पूरजोर समर्थन करने के लिए ताजपुरवासियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।
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