एक भी बच्चा न रहें पल्स पोलियो अभियान के लाभ से वंचित-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर(झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त (Deoghar district deputy commissioner) मंजुनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में 17 दिसंबर को पल्स पोलियो अभियान के सफल संचालन को लेकर समाहरणाल सभागार में एनआईडी जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि 17 से 19 जनवरी 2021 तक देवघर जिला अंतर्गत पल्स पोलियो अभियान का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पूरे जिले के 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पहले दिन बूथ एवं दूसरे तथा तीसरे दिन घर-घर जाकर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पिलायी जाएगी।
बैठक में पल्स पोलियो टीकाकरण की समीक्षा के क्रम में उपायुक्त द्वारा माइक्रोप्लान व ट्रेनिंग प्लान से जुड़ी विस्तृत जानकारी संबंधित अधिकारियों को दी गई। उन्होंने कहा कि डोर-टू-डोर एवं बूथ लेवल पर टीकाकरण पर विशेष ध्यान दिया जाय एवं बच्चों को दवा पिलायें जाने के क्रम में दवा के एक्सपाइरी तिथि आदि चेक कर लिया जाय। सबसे महत्वपूर्ण वर्तमान में कोविड संक्रमण को देखते हुए सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सभी बूथों व दवा पिलायी वक्त पूर्ण रूप से सुनिश्चित करे, ताकि किसी भी प्रकार का डर या संक्रमण फैलने का खतरा न रहे।
उपायुक्त भजंत्री ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि प्रशिक्षण का कार्य बेहतर तरीके से कराया जाय। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों पर समय से पोलियो की खुराक पहुचाँना सुनिश्चित करें। वैसे क्षेत्र जहाँ पर विगत वर्षों में पल्स पोलियो अभियान में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति नहीं रहा है, उन सभी जगहों में स्वयं विजिट कर ग्राम सभा एवं जागरूकता के माध्यम से रहिवासियों को जागरूक करें। वहीं वर्तमान समय में सोशल मीडिया की भूमिका अहम मानी जाती है। ऐसे में लोगों को जागरूक करने हेतु फेसबुक, वाह्टस एप्प, ट्वीटर, इंस्टाग्राम आदि का उपयोग करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा पीढ़ी को जागरूक किया जा सके।
समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि पोलियो से संबंधित बच्चों को पोलियो की खुराक देने, प्रशिक्षण एवं सभी केंद्रों पर पोलियो खुराक की उपलब्धता आदि के कार्य बेहतर तरीके से व जिम्मेदारी के साथ किया जाय, ताकि शत प्रतिशत पोलियो की खुराक बच्चों को दी जा सके। उपायुक्त ने सीविल सर्जन व संबंधित अधिकारियों को सख्त निदेशित करते हुए कहा कि जिले में कन्या भ्रूण हत्या को पूर्ण रूप से रोकने के उद्देश्य से विशेष कार्रवाई सह जागरूकता अभियान चलाऐं। वर्तमान में देवघर जिला अन्तर्गत घटते लिंगानुपात को देखते हुए बेहतर तरीके से कार्य करने की जरुरत है, ताकि घटते आंकड़े को रोकते हुए इसे बेहतर बनाया जा सके। आज के समय में अल्ट्रासाउंड जांच में गर्भस्थ शिशु के ‘‘लिंग‘‘ की जांच करने और कराने के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाना अतिआवश्यक है। गर्भवती महिला की अल्ट्रासाउंड जांच का इस्तेमाल गर्भस्थ शिशु के विकास की गतिविधियों पर नजर रखकर उसकी खामी दूर करने के लिए होना था। इसका गलत इस्तेमाल कन्या भ्रूण हत्या के लिए किया जा रहा है। ऐसे में जरूरत है कि सभी मिलजुल कर कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा को दूर करते हुए ऐसा करने वालों को चिन्हित करते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने सिविल सर्जन व संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि 17 से 19 जनवरी तक चलने वाले पल्स पोलियों अभियान का सघन निरीक्षण करें, ताकि अभियान में किसी भी स्तर पर कोई भी चूक न हो। उन्होंने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सीडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि आपसी समन्वय के साथ अभियान को सफल बनाने में सभी अपना पूर्ण योगदान दें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सिविल सर्जन के माध्यम से जिले के सभी चिकित्सकों को निदेशित किया कि ईलाज के लिए आने वाले मरीजों के साथ कुछ क्षण आत्मीयता के साथ बातचीत कर उनकी पूरी बात सुन भी ले तो अच्छे परिणाम सामने आते हैं। सभी का प्रयास होना चाहिए कि इलाज के लिए आनेवालों को स्वाथ्य सुविधा के साथ एक अच्छा परिवेश मुहैया करायें।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार, डब्ल्यू एच ओ के एसएमओ ध्रुव महाजन, सदर अस्पताल उपाधीक्षक, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ विधु, डाॅ मनीष, डीपीएम नीरज कुमार, सभी प्रखण्डों के सीडीपोओ, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, सभी प्रखंड के एमओआईसी एवं संबंधित अधिकारी व अन्य उपस्थित थे।
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