गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुके हाजीपुर सदर थानाध्यक्ष के खिलाफ महुआ विधायक ने मोर्चा खोल दिया है। विधायक ने राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर थानाध्यक्ष को निलंबित करने व् उनके खिलाफ भ्रष्टाचार तथा अनियमितता की जांच करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर समाहरणालय के सामने धरना स्थल पर जिले के चर्चित महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन के नेतृत्व में 2 जून को जिले के सदर थाना हाजीपुर के प्रभारी अस्मित कुमार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया गया।
महुआ विधायक डॉ रौशन बिहार की सत्ताधारी महागठबंधन सरकार के राजद से विधायक हैं। वे पार्टी और पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव और तेजस्वि के काफी करीबी भी है। कई वर्षों बाद किसी सत्ताधारी या विरोधी दल के विधायक की ओर से जिला मुख्यालय हाजीपुर में किसी भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ किसी विधायक द्वारा धरना प्रदर्शन की घटना देखने को मिला।
धरना दे रहे विधायक का आरोप है कि सदर थाना हाजीपुर के थानाध्यक्ष ने दारू माफिया, बालू माफिया और भू-माफिया को संरक्षण देकर करोड़ो रुपये की अवैध संपत्ति बनाई है।विधायक ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से थानाध्यक्ष अस्मित कुमार के विरुद्ध निगरानी से जांच कराने की मांग करते हुए पत्र लिखा है।
साथ ही विधायक द्वारा आरक्षी अधीक्षक वैशाली को भी उपरोक्त थानेदार के खिलाफ सूचित किया गया, लेकिन उक्त थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही नही किये जाने पर वैशाली जिला राजद के सैकड़ो कार्यकर्ता के साथ विधायक द्वारा उक्त थाना प्रभारी के निलंबन और जांच की मांग को लेकर धरना दिया गया।
वैसे तो पूरे वैशाली जिले की पुलिस से आम जनता की शिकायत है कि बिना चढ़ावा लिये या पैरवी के थाने में एफआईआर दर्ज नही होती।जब से बिहार में दारू बन्दी और बालू बन्दी हुई है पुलिस और अन्य पदाधिकारी की कमाई में बढ़ोतरी हुई है।
आम जनता को भी अब इस भ्रष्ट सिस्टम में जीने की आदत हो गई है। पहली बार जिले के किसी विधायक द्वार भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सड़कों पर धरना देने एक सुखद संयोग देखने को मिल रहा है।
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